भारतीय दूतावास पर हुए हमले की अमेरिकी सांसदों ने की निंदा

अमेरिकी सांसदों और प्रभावशाली भारतीय-अमेरिकियों ने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में आगजनी के प्रयास की निंदा की और इस ‘आपराधिक कृत्य’ को करने वाले लोगों के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई की मांग की। उन्होंने अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू के खिलाफ ‘हिंसक बयानबाजी’ की भी आलोचना की और कहा कि स्वतंत्र भाषण का मतलब हिंसा भड़काने या संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का लाइसेंस नहीं है।
कांग्रेस के श्रीथानेदार ने घटना की सख्त आलोचना की। उन्होंने कहा कि मैं भारतीय वाणिज्य दूतावास में हुई घटना की निंदा करता हूं। लोकतंत्र में हिंसा के आतंक को स्वीकारा नहीं जा सकता। वहीं, मैककॉर्मिक ने भी हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि भारतीय दूतावास पर हुए हमला अस्वीकार है। अमेरिका अपने सहयोगियों के साथ मजबूती से खड़ा है। हम इस हमले को कभी स्वीकार नहीं करेंगे।
इसके अलावा, रेप फिट्जपेट्रिक ने कहा कि जो लोग भी घटना के पीछे हैं, उनपर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि इस तरह की हिंसा कानून के खिलाफ है। आशा है कि इसमें शामिल लोगों को उचित कानूनी कार्रवाई के साथ जवाबदेह ठहराया जाएगा।
क्या है मामला
दरअसल, दो जुलाई की मध्य रात्रि करीब डेढ़ बजे से ढाई बजे के बीच कुछ खालिस्तानी कट्टरपंथियों ने अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास में आग लगा दी थी। आग तेजी से वाणिज्य दूतावास में फैलने लगी। हालांकि, तुरंत अग्निशमन विभाग को इसकी सूचना दी गई, जिसके बाद टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। गनीमत रही थी कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। बता दें कि खालिस्तानी कट्टरपंथियों ने घटना का वीडियो भी बनाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया था।