खुले विघुत वायरो, पेड़-पौधे की कटाई- छंटाई में देरी

– हादसे की आशंका
रायपुर। मानसून को पहुंचे 5 दिन हो चुका है पर- छत्तीसगढ़ विघुत विभाग एवं निगम फिलहाल सक्रिय नहीं हुआ है। करेंट से बचाव के लिए सड़कों-घरों के पास लगे वृक्षों की कटाई-छटाई शुरू नहीं हुई है। ना ही विघुत वायरों (तारों) की कसावट की जा रही है।
गौरतलब है कि हर बरस विघुत विभाग एवं नगर निगम टीम मानसून पर वृक्षों की कटाई-छटाई करता है। साथ ही झूल आए विघुत वायरों की कसावट की जाती है। आमतौर पर कालोनियों के अंदर बाग- बगीचे, घरों की बाउंड्री वालों से लगे पेड़ पौधे, सड़क किनारे लगे पेड़-पौधों की डालियां बढ़ जाती हैं। जो सड़क, मार्ग से गुजरने वाले वाहनों से विघुत वायरों (तार) टकराती हैं। कई बार इन वृक्षों की डालियों, शाखाओं का संपर्क हाई- वोल्टेज तारों ट्रान्सफार्मरों से भी होता है। जिससे करेंट पेड़ से जमीन, दीवार तक पहुंच जाता है। नतीजन लोग चपेट में आ जाते हैं। छतों पर कपड़ा सुखाते हुए भी कईयों को करंट लग चुका है।
उधर त्रिपुरा में जगन्नाथ भगवान की यात्रा बाद घर वापसी के समय ऐसे ही रथ का ऊपरी हिस्सा हाईटेंशन वायर से स्पर्श कर गया। नतीजन 2 बच्चों समेत कुल 7 लोग मारे गए। विघुत विभाग एवं नगर निगम को जल्द अपना कार्य शुरू कर देना चाहिए। नहीं तो लापरवाही या देरी किसी हादसे की वजह बन सकते हैं। मानसून की झड़ी 2 दिनों से थमी है। इसका समुचित उपयोग दोनों संस्थाओं को करना चाहिए।