राजधानी की सड़कों की हालत बदतर–!

पाईप लाईन बिछाने काटी- खोदी स्थायी भराव नहीं- कीचड़, फिसलन
रायपुर छत्तीसगढ़। शहर की तमाम सड़कों पर पाईप लाईन बिछाने गड्ढा करने, गड्ढों को भरने के बाद उन पर डामरीकरण न करने से वाहन चलाना, पैदल चलना मुश्किल हो गया है। बारिश के चलते कीचड़ भी सड़क पर फैलने से जगह-जगह पानी भराव या फिसलन हैं।
स्मार्ट सिटी के चलते पाईप लाईन एवं कुछ मार्गों पर विघुत वायरिंग डाली जा रही है। पाईप लाईन वास्ते 2-2 फीट चौड़ी व 4-4 फीट गहरी सड़क काटी खोदी जा रही है। जहां काम हो जा रहा है वहां पर बजरी, गिट्टी, मुरूम, मिट्टी डालकर पाटा गया है। परंतु अधिकतर स्थानों पर उक्त मिश्रण बैठ नहीं पाने से डमरीकरण नहीं किया गया हैं। कुछ जगहों पर सीमेंट से प्लास्टर किया गया हैं।
पहले वाली स्थिति में मिट्टी-बजरी, मुरूम बारिश में एवं वाहनों के चलते सड़कों पर बिखर जा रही हैं। स्वाभाविक है कि कीचड़ से फिसलन पैदा हो रहा है। सीमेंट बिछी वाली जगहों पर टूटन निर्मित हो रहा हैं।
उपरोक्त स्थिति में सड़कों की चौड़ाई घटी हैं। या टूटन कायम है। ऊपर से छोटे- मोटे गड्ढे हुए सड़क पर हैं। जिनमें पेंच वर्क नहीं हैं। नतीजन वाहन चलाना निकालना या पैदल चलना मुश्किल बन गया हैं। वाहन लहरा रहे हैं, दुर्घटना बढ़ रही हैं। लोग गिरे पड़े जा रहे हैं। रही-सही कसर पशुधन, जानवर सड़कों पर बैठ- खड़े पूरा किए हुए हैं। पैदल चलने, दुपहिया वाहन या चार पहिया वाहन चालक गाड़ियां लहराने, काटने के नाम या ठोकर लगने से आपस में लड़ रहे हैं। जिम्मेदार कोई और हैं।