बांध, जलप्रपातों, एनिकेट्स, नदी, तालाबों में तैराक, गोताखोर तैनात हों

रायपुर। मानसून लगते ही राज्य की सीमा के अंदर मौजूद एनीकेट, बांध, छोटे- मंझोले जलप्रपातों में पानी भराव की स्थिति है। इसी तरह तालाब, नदी- नालों में जलस्तर बढ़ा है। जहां लोग घूमने-फिरने जा रहे हैं। इन जगहों में से कुछेक बच्चों, युवाओं के डूबने की खबर आ रही है।

प्रदेश में मानसून के वक्त हर ओर हरियाली, सुहावना मौसम को देखते हुए लोग दोस्त-यारों, परिचितों, परिवार या छोटे-मोटे समूह बना भ्रमण को या पिकनिक को जाते हैं। खासकर पर्यटन स्थलों पर। जहां नदी-तालाब, डेम (बांध), एनीकेट, जलप्रपात हो पठार, पहाड़ हों, ऐसे पर्यटन स्थल का चुनाव ज्यादा करते हैं। उत्साह, जोश, मौसम में घूमने- जाने वाले दो तरह के होते हैं। पहला बिना घर-परिवार में बताए बच्चे, किशोर, युवा मस्ती के नाम पर जाते हैं। स्कूल कालेज, छात्रावास से चुपके से या भाग कर जाते हैं। दूसरा आपस में चर्चा कर घर-परिवार, पड़ोस में जानकारी देकर ज्यादातर परिवार ऐसा करते हैं।

उपरोक्त दो के साथ तीसरा वर्ग सुदूर इलाको से पहुंचा हुआ गैर जानकार होता है। आमतौर पर तीनों वर्गों के लोग पहाड़ी चढ़ने, झीलों, तालाबों, नदियों, बांधों, एनिकेट्स, जलप्रपातों को देख रोमांचित हो आनन-फानन में नहाने का प्लान या मन बना लेते हैं। यहीं पर चूक होती है, क्योंकि ऐसे लोग सुरक्षा के नाम पर बगैर कोई इंतजाम किए जैसे लाइफ बेल्ट या ट्यूब, टायर आदि के बिना सीधे नहाने उतर जाते हैं। जिन्हें गहराई, फिसलन, तेज बहाव, पहाड़ों के टूटने- दरकने के बारे में पता नहीं होता। वे फंस जाते हैं और कई बार डूबकर या गिरकर बेमौत मारे जाते हैं।

राज्य में अभी हाल में आधा दर्जन से अधिक किशोर युवा उक्त चक्कर में जान गंवा बैठे। शासन-प्रशासन को ऐसे तमाम इलाकों की जानकारी होती है, लिहाजा इन्हें चिन्हित कर वहां स्थानीय निजी गोताखोरों, तैराकों की नियुक्ति तीन-चार माह के लिए मानसून सत्र में करनी चाहिए। जिन्हें सरकार समयबद्ध अल्प मानदेय पर उन्हें पंजीकृत कर नियुक्त करे। प्रति पर्यटक-जो पहाड़ चढ़ने या नहाने जा रहें हो उनसे निश्चित(तय) राशि (शुल्क) लेने का अधिकार हो। ताकि तैराक, गोताखोर संबंधित इलाके में (जगह पर) मौके पर तैनात हों। इससे गिरने, डूबने से होने वाली उपरोक्त अकाल मौतों पर नियंत्रण लगेगा। लोगों को शुल्क देने पर वस्तुस्थिति की गंभीरता का पता चलेगा। साथ ही संभावित खतरे से वाकिफ होंगे।

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