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निगम ठेका सफाई कर्मी, नई व्यवस्था सभी वार्डों में लागू हो

गड़बड़ झाला करने वाले ठेकेदारों, समयपालों पर कार्रवाई पर सुनिश्चित करें

रायपुर। नगर निगम ने सफाई ठेकेदारों की अनियमितता पर लगाम कसने देर से सही पर अब उचित कदम उठाया है। जिसे जल्द ही अन्य वार्डों में लागू किया जाना चाहिए।

दरअसल निगम आयुक्त के निर्देशों बाद, जोन आयुक्तों ने अपने संबंधित वार्डों में औचक निरीक्षण जांच -पड़ताल कर शिकायतों को सही पाया। ठेकेदार कम कर्मचारी रख ज्यादा कर्मियों की हाजिरी लगा गोलमाल कर रहे थे। ठेकेदारों को निगम बकायदा कर्मियों की संख्या एवं ठेकेदारों द्वारा लगाई गई हाजिरी हिसाब से वेतन (रोजी) दे देता था। जो वार्ड में जाकर सफाई कर्मियों को नगद भुगतान करते थे। यहीं पर अनुपस्थित रहने वाले कर्मियों का पैसा (रोजी) ठेकेदार रखकर गड़बड़ झाला करते रहे। या कि सफाई-कर्मी और ठेकेदार आपस में मिलकर बदमाशी करते थे। नतीजतन फील्ड पर सफाई कर्मी कम होने से- वार्डो में कार्य समुचित रूप से नहीं हो पा रहा था। जबकि हाजिरी पूरी। दूसरे अर्थों में शासन का पैसा पूरा लग रहा था- रोजी (वेतन) बंटवारे में गड़बड़।

औचक निरीक्षण में किसी वार्ड में 8-10 तो किसी में 12 -15 कर्मी कम पाए गए। जबकि हाजिरी सबकी लगी रहती थी। उक्त गड़बड़ी उपरांत निगम अब सफाई कर्मियों का रोजी (वेतन) सीधे उनके बैंक खाते में डालेगा। हाजिरी लगाने के लिए बेहतर होता कि ऑनलाइन पंचिंग मशीन प्रत्येक वार्ड पार्षद को दी जाए। हाजिरी दो-तीन बार लगे। दिन भर में।

बहरहाल निगम ने प्रयोग के तौर पर 2 वार्डों में निगम ठेका सफाई कर्मियों की रोजी (वेतन) सीधे उनके खाते में डालना शुरू कर रहा है। इस व्यवस्था को (पंचिंग मशीन सहित) जल्द अन्य 68 वार्डों में भी लागू किया जाए। जबकि बदमाशी करने वाले (गड़बड़) ठेकेदारों उनके मनीटरों (समयपालों) पर कार्रवाई भी सुनिश्चित करें। इसके साथ ही वार्ड के द्वार पर एक ब्लेक बोर्ड रखा जाए जिसमें प्रतिदिन उपस्थित-अनुपस्थित ठेका कर्मी का नाम हो। यानी वार्ड का नागरिक (मतदाता) जान सके कि आज-कल कितने सफाई कर्मी मौजूद हैं।

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