चित्रकोट जलप्रपात से कूदी बालिका में संयोग से समझ जागी, और वह बाहर आई

– रायपुर में युवक को गोताखोरों ने खारुन में डूबने से बचाया।
रायपुर। प्रसिद्ध चित्रकोट जलप्रपात से मंगलवार को एक बालिका तेज धारा के बीच नीचे कूद गई। संयोग से उसे समझ आ गया और तैरकर वह बाहर आई, तो वहां मौजूद लोगों की जान में जान आई। हादसा टल गया।
ई. ग्लोबल न्यूज इन ने मानसून पूर्व ही लोगों को आगाह किया था कि तमाम बांध, नालो, जलप्रपातों, एनीकेटों, बड़े तालाब, रपटों आदि इलाके संवेदनशील है। वहां सारा दिन गोताखोर, तैराक की नियुक्ति जरूरी है। ताकि संभावित घटनाओं को रोका जा सके।
बताया जा रहा है कि बस्तर स्थित चित्रकोट जलप्रपात इन दिनों अपने पूरे सैलाब पर है। वृहद जलधारा पूरे रफ्तार के साथ गिर रही है। वहां रोजाना हजार-डेढ़ हजार लोग जलधारा देखने जा रहे हैं। इसी तरह राज्य के दीगर स्थानों पर जल प्रपात, बांध, एनीकेट, नदी, पुल, रपटा हैं। जहां इन दिनों पानी बांधों से ऊपर बह रहा है। जिस वजह से उपरोक्त इलाकों में कभी भी हादसे हो सकते हैं।
उक्त तमाम पर्यटन इलाकों में पर्याप्त गोताखोर, नाविकों की तैनाती करनी चाहिए। ताकि मौके वारदात पर उन्हें ढूंढने में समय जाया ना हो। बहरहाल उक्त बालिका कूदने के बाद स्वयं तैरकर बाहर आ गई। जिसे मौजूद लोगों ने सराहा एवं उसे समझाया। बालिका जल्द समझ गई। बालिका का स्वयं तैर कर बाहर आना बताता है कि डूबने की स्थिति आते ही उसकी समझ जागृत हो गई। उसे जीवन (अनमोल) की कीमत का पता चल गया। इसी तरह राजधानी रायपुर के खारुन नदी में बना लक्ष्मण झूले से 2 दिन पूर्व एक युवक कूद पड़ा। संयोग से नीचे पानी पर्याप्त होने से वह बच गया। प्रत्यक्ष-दर्शियों ने गोताखोर, पुलिस को सूचना दी और युवक को सकुशल निकाल लिया गया।