Tue. May 13th, 2025

Chamoli Accident: चार मिनट में खत्म हुईं 16 जिंदगियां, खड़े-खड़े जिंदा जले लोग…

उत्तराखंड: चमोली कस्बे में बदरीनाथ हाईवे पर स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के लोहे के ढांचे में करंट फैलने से पल भर में 16 व्यक्तियों की जान चली गई। मौत की इस आग में वहां खड़े कई लोग सूखे पत्तों की तरह जलने लगे। मृतकों में एक दारोगा और तीन होमगार्ड भी हैं, जबकि तीन मृतक एक ही परिवार के हैं। हादसे में 11 अन्य लोग झुलस गए, जिनमें दो की हालत गंभीर बनी हुई है। इनमें से छह का एम्स ऋषिकेश और पांच का जिला चिकित्सालय गोपेश्वर व उप जिला चिकित्सालय कर्णप्रयाग में उपचार चल रहा है।

दरअसल, अलकनंदा नदी के किनारे बने इस एसटीपी प्लांट को जाने वाला रास्ता वहां सेफ्टी वॉल (सुरक्षा दीवार) के ऊपर बना है। यह बमुश्किल चार फीट चौड़ा और 30 मीटर लंबा रास्ता है। इसके दोनों ओर लोहे की जाली की रेलिंग लगी है। इसके साथ ही लोहे के चार खंभों के सहारे प्लांट तक एक पाइप पहुंचाया गया है। सुबह के वक्त यहां स्थानीय लोग ऑपरेटर की तलाश में पहुंचे थे। ऑपरेटर यहां लोहे की सीढ़ियों के पास इसी चार फीट के प्लेटफार्म पर पड़ा था। एक के बाद एक यहां लोगों की भीड़ लग गई। चौकी प्रभारी प्रदीप रावत भी वहां कुछ सिपाहियों और होमगार्ड के साथ पहुंचे थे।

छोटी सी जगह पर तकरीबन 35 लोग वहां जमा हो गए। मौत जैसे उन्हें चुपके से देख रही थी। अचानक वहां लोहे की सीढ़ियों के पास हाई वोल्टेज करंट दौड़ गया। इसकी चपेट में आए कई लोगों में देखते ही देखते आग की लपटें उठने लगीं। कुछ लोग ऐसे जल रहे थे कि मानों सूखे पत्तों के ढेर में किसी ने आग लगाई हो। उन्हें देखकर वहां अन्य लोग चीख-पुकार करते हुए भागने लगे। उस वक्त किसी का हाथ रेलिंग से लगा तो किसी ने लोहे के पोल को पकड़ा। सभी एक दूसरे से चिपककर वहीं गिर गए। देखते-देखते मौके पर ही 15 लोग मौत के आगोश में समा गए।

जबकि, कुछ भगदड़ और लोहे की सीढ़ियों पर गिरकर झुलस गए। इसके बाद के दृश्य देखकर हर कोई गमगीन था। अस्पतालों से लेकर घरों और यहां तक की छोटे से इस शहर में मातम छा गया। किसी ने इसका वीडियो भी बना लिया जो खूब वायरल हुआ।

चार मिनट में खत्म हुईं 16 जिंदगियां
करंट ने किसी को हिलने का भी मौका नहीं दिया। यह दृश्य देख रहे स्थानीय निवासियों ने ऊर्जा निगम को सूचना दी और इसके बाद निगम के कंट्रोल रूम से 11:29 बजे प्लांट समेत पूरे क्षेत्र की बिजली काट दी गई। तब तक वहां मौजूद 15 लोग दम तोड़ चुके थे, 11 अन्य बेहोश थे। इनमें से छह को हेली रेस्क्यू कर एम्स ऋषिकेश ले जाया गया। देर शाम छह चिकित्सकों की टीम ने शवों का पोस्टमार्टम किया। एसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि पीएम रिपोर्ट में प्लांट के चौकीदार समेत सभी 16 व्यक्तियों की मौत का कारण करंट लगना और हृदयाघात आया है।

झुलसे पीड़ितों से मिले सीएम धामी
पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हेलीकॉप्टर में देहरादून से चमोली के लिए रवाना हुए, लेकिन मौसम अनुकूल नहीं होने के कारण उन्हें बीच रास्ते से लौटना पड़ा। इसके बाद मुख्यमंत्री ने एम्स ऋषिकेश पहुंचकर झुलसे पीड़ितों का हाल जाना। स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने जिला चिकित्सालय गोपेश्वर पहुंचकर पीड़ितों का हाल जाना और पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता का भरोसा दिया।

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