जानकारों की सलाह-समझाइश : फिलहाल धान की बुवाई ना करें

रायपुर। खेती-किसानी के जानकारों ने किसानों से अभी धान की बुआई ना करने की सलाह – समझाइश दी है। उन्होंने फिलहाल और वर्षा का इंतजार करने की बात कहीं हैं।
मानसून लगते ही पिछले माह 3 दिन रुक- रुककर बारिश, प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर दर्ज हुई थी। जिस पर मौसम विभाग ने आनन-फानन में कहा था कि जून माह का बारिश कोटा (वर्षा) लगभग पूरा हो गया है। जुलाई में मध्यम वर्षा का अनुमान भी व्यक्त करते हैं। इसे मद्देनजर रखते हुए खेती-किसानी के जानकारों ने जून का ‘कोटा’ वाली बात पर सवालिया निशान खड़े किए हैं। उनका कहना है कि जून माह के तीसरे-चौथे हफ्ते में महज 3 दिन की बारिश से भले ही माह की औसत वर्ष करीब-करीब पूरी हो गई हो। पर इसका यह मतलब नहीं हो जाता कि जमीन धान बुआई के लिए तैयार हो गई है। वे (जानकर) दार्शनिक अंदाज में तर्क देते-उठाते हैं कि कोई व्यक्ति माह का 60 समय या 30 दिन का भोजन अगर 4-6 दिन में खा ले- तो क्या उसका मासिक भोजन कोटा पूरा समझा जाए ? फिर शेष 24 दिन फांका (भूखा) रहे और स्वास्थ्य भी रहे।
उक्त परिकल्पना कि जून का कोटा तकरीबन पूरा हो गया। मान लेना गलत है। यह तब कारगर (सही) होता जब रुक-रुककर 24-26 दिन उतनी ही बारिश होती, जितनी 3 दिन में हुई। अगर अभी धान की बोनी कर दी जाए और आगे 8-12 दिन बारिश ना हो, तो फसल उपजते ही जल जाएगी। फिलहाल किसानों को इंतजार करना होगा। रुक- रुककर आगे बारिश होती है तब धान बोएं। अन्यथा सिर मुड़ाते ओले पड़े वाली बात होगी। बारिश नहीं होने से तापमान बढ़ने पर सारा किया-कराया धरा रह जाएगा। अतः इंतजार कर देखें।