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10 दिनों तक होगा अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव, पांच लाख रामभक्तों के आने की उम्मीद

लखनऊ | अयोध्या में बन रहे विशाल राम मंदिर के पूर्ण होने का इंतज़ार पुरे भारत वर्ष को है। जनवरी में होने वाला प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव 10 दिनों का होगा। जिसके मुख्य यजमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे। महोत्सव की तैयारियां जोरों से चल रही है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस महोत्सव में पांच लाख राम भक्तों के आने का उम्मीद है।

अयोध्या का निर्माणाधीन राम मंदिर
राममंदिर के उद्घाटन की तैयारियां तेज होती जा रही हैं। भव्य गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव जनवरी 2024 में किया जाना है। उत्सव को व्यापक स्वरूप देने की योजना पर काम चल रहा है। इसकी कमान राममंदिर ट्रस्ट के साथ संघ व विहिप ने संभाल रखी है। संघ का अनुमान है कि महोत्सव में करीब पांच लाख लोग अयोध्या आ सकते हैं। अयोध्या आने वाले लोगों की सुविधा का विस्तृत खाका तैयार किया जा रहा है।

संघ के पदाधिकारी लगातार बैठकें कर आयोजन की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं। संघ की कोशिश है कि अयोध्या से कोई भी भूखा न जाए। पूरे शहर में जगह-जगह भंडारे के आयोजन की तैयारी हो रही है। संघ के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, रामलला का प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव 10 दिवसीय होगा। उत्सव का शुभारंभ मकर संक्रांति 15 जनवरी को होगा, समापन 24 जनवरी को होना है।

इसी बीच शुभ तिथि में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जानी है, इसके मुख्य यजमान पीएम नरेंद्र मोदी होंगे, उन्हें आमंत्रण भेजा चुका है। संघ का अनुमान है कि महोत्सव में शामिल होने के लिए अयोध्या में कम से कम पांच लाख भक्त आ सकते हैं। वैसे संघ लोगों से अपील कर रहा है कि अयोध्या आने के बजाय अपने-अपने क्षेत्र के मठ-मंदिरों में अनुष्ठान का आयोजन कर उत्सव मनाएं। फिर भी बड़ी संख्या में लोगों के आने की संभावना है। ऐसे में उनकी सुरक्षा, सुविधा के प्लान पर लगातार मंथन चल रहा है।

रामभक्तों के लिए लगेंगी रोडवेज की बसें
प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में अयोध्या आने वाले लोगों के रुकने के लिए मठ-मंदिरों के अलावा स्कूल-कालेजों में भी व्यवस्था की जा सकती है। भक्तों के आवागमन के लिए रोडवेज बसों की मदद लिए जाने की योजना बनाई जा रही है। जरूरत पड़ने पर स्थानीय प्रशासन के साथ संघ के कार्यकर्ता भी भक्तों की सुविधा के लिए कमान संभालेंगे। कार्यकर्ताओं की टोलियां भी गठित की जा रही है।

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