Thu. Jul 3rd, 2025

Indore Ujjain Vande Metro Train: इंदौर से उज्जैन के बीच जल्द दौड़ेगी वंदे मेट्रो ट्रेन, लगाएगी चार से पांच चक्कर

Indore Ujjain Vande Metro Train: सांसद शंकर लालवानी के अनुरोध पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी स्वीकृति। 2028 के सिंहस्थ में श्रद्धालुओं को होगा लाभ।

Indore Ujjain Vande Metro Train: इंदौर। इंदौर और उज्जैन के बीच का सफर आने वाले समय में आसान होने जा रहा है। जल्द ही इंदौर और उज्जैन के बीच वंदे मेट्रो ट्रेन का संचालन किया जाएगा। यह ट्रेन इंदौर और उज्जैन के बीच में चार या पांच चक्कर लगाएगी। सांसद शंकर लालवानी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात कर उक्त ट्रेन चलाने का अनुरोध किया था, जिस पर रेल मंत्री ने सहमति दे दी है। आने वाले समय में यह ट्रेन इंदौर-उज्जैन के बीच दौड़ती हुई नजर आएगी।

महाकाल लोक बनने के बाद उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ चुकी हैं। देशभर से श्रद्धालु बड़ी संख्या में उज्जैन पहुंच रहे हैं। जल्द ही इंदौर से उज्जैन के बीच का सफर और आसान होने जा रहा है। दोनों शहरों के बीच वंदे मेट्रो ट्रेन की शुरुआत होगी। सांसद शंकर लालवानी ने इस बारे में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव से मिलकर अनुरोध किया, जिस पर रेल मंत्री ने तुरंत ही सहमति दे दी। आने वाले समय में इंदौर से उज्जैन के बीच मेट्रो वंदे ट्रेन शुरू होगी। सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन की सौगात के बाद इंदौर-उज्जैन के बीच वंदे मेट्रो ट्रेन मिलना इंदौर के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इससे दोनों शहरों के बीच आने-जाने वाले कर्मचारी, छात्रों तथा आम नागरिकों को सहूलियत होगी।

आने वाले सिंहस्थ में होगा लाभ
साल 2028 में उज्जैन में सिंहस्थ महाकुंभ का आयोजन होना है। इस दौरान देश और दुनिया से बड़ी संख्या में श्रद्धालु उज्जैन पहुंचेंगे। सिंहस्थ के दौरान वंदे मेट्रो ट्रेन का फायदा उन श्रद्धालुओं को भी मिलेगा, क्योंकि यह ट्रेन दोनों शहरों के बीच में एक से अधिक चक्कर लगाएगी। श्रद्धालुओं को आधुनिक और आरामदायक सफर की सौगात मिल सकेगी।

मेट्रो की तरह आठ कोच होंगे
वंदे भारत ट्रेन में 16 कोच होते हैं और यह लंबी दूरी के शहरों के बीच चलती है, जबकि वंदे मेट्रो ट्रेन मेट्रो की तरह आठ कोच में चलेगी। यह वंदे भारत ट्रेन का कम दूरी का वर्ज़न है, जो 100 किमी से कम दूरी के शहरों के बीच चलाई जाती हैं।

नौकरीपेशा और विद्यार्थियों को फायदा
इंदौर से उज्जैन के बीच वंदे मेट्रो ट्रेन का संचालन शुरू होने से दोनों शहरों के बीच आवागमन आसान हो जाएगा। इससे विद्यार्थियों को आने-जाने में आसानी होगी। वह पढ़ाई के लिए रोजाना आना-जाना कर सकेंगे। साथ ही नौकरीपेशा लोग भी आसानी से आना-जाना कर सकेंगे। दोनों शहरों के बीच में नौकरी करने वाले लोग अभी परेशान होते रहते हैं।

यह रहेगी वंदे मेट्रो में खासियत
– 100 किमी दूरी वाले शहरों के बीच संचालन।
– मेट्रो ट्रेन की तरह आठ कोच रहेंगे।
– यात्रियों को रैपिड शटल जैसा अनुभव मिलेगा।
– वंदे भारत एक्सप्रेस का कम दूरी का वर्जन।
– कम दूरी के शहरों के बीच एक से अधिक चक्कर लगाएगी।

About The Author