पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीयों की रिहाई जल्द करने की विदेश मंत्रालय ने की मांग
केंद्र सरकार ने संसद में बताया कि पाकिस्तान की जेलों में चार महिलाओं सहित कुल 682 भारतीय नागरिक बंद हैं और इनमें 17 ऐसे हैं जो 10 वर्षों से अधिक समय से पड़ोसी देश की हिरासत में हैं। राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने यह जानकारी दी। उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 2014 से अब तक भारत 2,214 भारतीयों को पाकिस्तान से स्वदेश ला चुका है। भारत ने 2008 के समझौते के तहत प्रत्येक कैलेंडर वर्ष में एक जनवरी और एक जुलाई को दोनों देशों द्वारा नागरिक कैदियों की सूचियों का आदान प्रदान करने का अनुरोध किया था।
भारत ने जो पाकिस्तानी या पाकिस्तानी माने जाने वाले 343 नागरिकों और 74 मछुआरों की सूची जारी की है। इसी प्रकार पाकिस्तान ने भी भारतीय या भारतीय माने जाने वाले 42 नागरिक और 266 मछुआरों की लिस्ट जारी की।
विदेश मंत्रालय ने जारी बयान में कहा, पाकिस्तान से अपनी सजा पूरी करने वाले 254 भारतीय मछुआरों और चार भारतीय नागरिक कैदियों की रिहाई में तेजी लाने के लिए कहा गया था। भारत ने पाकिस्तान से तुरंत जेल में बंद 12 मछुआरों और 14 सामान्य नागरिक कैदियों को राजनयिक संपर्क मुहैया कराने की मांग की है। बताया गया है कि यह सभी लोग भारतीय हैं।
विदेश मंत्रालय ने बताया कि पाकिस्तान से जब तक सभी भारतीयी नागरिक कैदियों और मछुआरों रिहाई नहीं हो जाती तबतक उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी अनुरोध किया गया है। साल 2014 से अबतक सरकार के प्रयासों के परिणामस्वरूप लगभग 2,559 भारतीय मछुआरों और 63 कैदियों को पाकिस्तान से वापस लाया गया है। उनमें से 398 भारतीय मछुआरें और पांच कैदी ऐसे हैं, जिन्हें इस साल पाकिस्तान से वापस लाया गया था।