रेलवे प्लेटफार्म पर प्रवेश केवल यात्रियों को मिले !

जानमाल सुरक्षा के तहत कदम उठाएं
रायपुर। स्टेशन में प्लेटफार्म पर चलती ट्रेन के साथ या पीछे दौड़ने के दौरान एक युवक-पटरियों पर जा गिरा जिससे उसकी वही मौके पर मौत हो गई। पूर्व में भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं।
रेलवे मंडल को इस दिशा में अब गंभीरता से सोचना-विचारना एवं कड़ा रुख अपनाना होगा। जो यात्री या परिजन चलती ट्रेन के प्लेटफार्म पहुंचते या छूटने के दौरान, उसके साथ दौड़ते या पीछे भागते पाया जाता है तो उसे, रेलवे पुलिस मौके से गिरफ्तार करें। कोर्ट में मामला पेश करें जुर्माना सहित सजा का प्रावधान हो।
उपरोक्त संदर्भ में बकायदा रेलवे पुलिस के जवान नजर रखे। तमाम सीसीटीवी से नजर रखी जाए। जो सीधे स्टेशन मास्टर या कंट्रोल रूम में केंद्रीय स्तर पर जुड़ी हो। गाड़ी आने एवं छूटने के पूर्व बकायदा ततसंबंधित निर्देशों का प्रसारण हो। प्लेटफार्म में केपिटल लेटर्स में निर्देश हो।
ट्रेन पहुंचने के पूर्व प्लेटफार्म के पटरी की ओर वाले हिस्से से 3 से 4 फीट की दूरी यात्री तक खाली रखने रेलवे जवान जिम्मेदार हों। इसी तरह व्यवस्था छूटने के पूर्व हो।
वैसे बेहतर व्यवस्था यह होगी कि जो यात्री है, वही प्लेट फार्म के अंदर रहेगा। यानी प्रवेश कर सकेगा। परिजन, मित्र, यार, दोस्त प्रवेश द्वार के बाहर ही रहें। अंदर उन्हें किसी भी स्थिति में प्रवेश न दिया जाए। जैसे विमानतलों पर होता है। इससे प्लेटफार्म में भीड़ आधी हो जाएगी। दूसरी व्यवस्था जो ट्रेन आने वाली हो उसी से संबंधित यात्री प्लेटफार्म पर रहे। बाकी बाहर या प्रतीक्षालय में (जो बाहर हो) इससे तीसरा लाभ यह होगा कि सुरक्षा मजबूत होने के साथ चोरी- उठाईगिरी या पाकेटमारी की घटनाएं कम हो जाएगी। यात्रियों के ट्रेनों में चढ़ने, बैठने, उतरने में सरलता जाएगी।