आर्थराइटिस गठिया वात से कैसे निजात पाये

रायपुर छत्तीसगढ़गठिया वात क्या है, ये जानना जरूरी है किस कारण हम इस बीमारी के शिकार हो जाते है जाने -अनजाने में हम गलत खानपान, और हमारे उठने बैठने की गलत कार्य शैली से हम इस रोग का शिकार हो जाते हैं। प्रायः हमारी बिगड़ी जीवनशैली के कारण पिछले दो दशकों से आर्थराइटिस यानी गठिया की समस्या बढ़ती जा रही है। जोड़ों में सूजन और दर्द की यह समस्या हमारे जीवन शैली को काफी प्रभावित कर सकती है। दुनियाभर में करोड़ों लोग आर्थराइटिस की समस्या के शिकार हैं। भारत में आर्थराइटिस के कई मामले हैं जो तेजी से इसमें वृद्धि देखी गई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, शारीरिक निष्क्रियता और आहार में गड़बड़ी के कारण गठिया का जोखिम बढ़ जाता है। महिलाओं में आर्थराइटिस की समस्या तेजी से बढ़ रही है। घर के कामकाज के दौरान खड़े होने, बैठने व झुकने में उन्हें दिक्कत होती है। ऑफिस में डेस्क वर्क करने वाली महिलाओं को भी जोड़ों का दर्द हो सकता है। ऐसे में शरीर को लचीला बनाए रखने और आर्थराइटिस की समस्या से निजात पाने कुछ घरेलु उपयोग।

अर्थराइटिस जोड़ों से संबंधित एक समस्या है। इस रोग में व्यक्ति के जोड़ों में दर्द होता है तथा उनमें सूजन आ जाती है। वैसे तो अर्थराइटिस कई प्रकार का होता है लेकिन दो प्रकार की अर्थराइटिस बेहद सामान्य तौर पर देखने को मिलती है। ये दो प्रकार की अर्थराइटिस ऑस्टियो अर्थराइटिस(Osteoarthritis) और रूमेटाइट अर्थराइटिस(Rheumatoid Arthritis) है।अर्थराइटिस शरीर के किसी एक जोड़ या एक से अधिक जोड़ को प्रभावित कर सकता है।हमारे शरीर की हड्डियों में उपस्थित जोड़ काफ़ी महत्वपूर्ण होते हैं। शरीर में जोड़ दरअसल वह स्थान होते हैं जहाँ पर दो हड्डियाँ आपस में मिलती हैं।जोड़ों के कारण ही हम अपने किसी भी अंग को मोड़ने में सक्षम होते हैं जैसे घुटने और कोहनी। इन जोड़ों के कारण ही हम अपनी कोहनी और घुटने को मोड़ पाते हैं। जोड़ों में उपस्थित ऊतक जोड़ों की सही कामकाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जब जोड़ों में किसी प्रकार की कोई क्षति होती है तो ऐसे में जोड़ों में जलन होती है तथा ऊतकों को नुक़सान होता है। फलस्वरूप अर्थराइटिस की समस्या जन्म लेती है।

अर्थराइटिस से बचने के कुछ घरेलू उपाय

*सरसों तेल से मालिश
गठिया वात में सबसे कारगर है कि आप हल्के हाथों से मालिश करें, सरसों के तेल में, अजवाइन, तेजपत्ता, जायफल, लहसुन, मेथी को बराबर मात्रा में
मिलाकर पकाकर रख लें, उसके बाद हल्के हाथों से इस तेल से मालिश करें।
*गर्म पानी से सेकाई करें
*घुटने पर दर्द अधिक हो तो गर्म पानी से सेकाई करें या फिर गर्म पानी में नमक (समुद्री नमक) डालकर स्नान करें।
*एलवीरा जेल या पत्ती
*एलवीरा पत्ती (ताजा) का जेल को लगा घुटने को धूप पर सिकाई करें।
*तेज पत्ता की चाय प्रयोग में लाये
*नियमित व्यायाम करने से गठिया दर्द से निजात मिलता है।
*अपने वजन को कंट्रोल करे जिसेस कि घुटने में ज्यादा भार न पड़े।
*संतुलित आहार का सेवन करे (दाल या मैदा का प्रयोग कम करे ) छिलके वाली दाल खाने में इस्तेमाल करें।

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