शिवालयों में उमड़े हजारों भक्त, कांवड़ यात्रा में दिखा उत्साह

– सावन मास इस बार लंबा
रायपुर। समूचे प्रदेश का माहौल शिवमय नजर आया। राजधानी रायपुर स्थित प्रसिद्ध शिवालयों में दिनभर भीड़ रही तो वहीं बोल बम का उद्घोष लगते रहा। जलाभिषेक वास्ते कलश कांवर लिए मंदिर जाते-शिवभक्तों का उत्साह देखते बना।
सावन मास का पहला सोमवार आज 10 जुलाई को पड़ा। जिसे लेकर प्रदेश के तमाम शहरों, कस्बों, गांवों के शिवालयों में विशेष साज-सज्जा की गई थी। आराध्य शिव भगवान का विशेष श्रृंगार किया गया था। हर ओर बोल-बम का उद्घोष भक्तों के जोश को और बढ़ा दे रहा था।
राजधानी के महादेव घाट स्थित प्रसिद्ध हटकेश्वरनाथ शिव मंदिर, बूढ़ेश्वर मंदिर, बूढ़ातालाब, शिव मंदिर सरोना, प्राचीन शिवालय (नरहेश्वर महादेव) सिद्धार्थ चौक टिकरापारा, बंजारी धाम बिलासपुर रोड, मोतीबाग स्थित 51 फीट ऊंची शिव प्रतिमा मंदिर, काली माता मंदिर के पास स्थित शिवालय आदि में अलसुबह से पूजा-पाठ उपरांत विशेष श्रृंगार भगवान शिव का किया गया था। तमाम मंदिरों में सुबह से रात तक भक्त पहुंचते रहे। अपने आराध्य को फूल, माला, नारियल धतूरा, कनेर फूल, चढ़ाने के पूर्व जलाभिषेक, दूधाभिषेक करते देखे गए।
गौरतलब है कि इस बार सावन मास लंबा चलेगा। जिसमें 8 सोमवार पड़ेंगे। 10 जुलाई के पहले सोमवार पर शिव मंदिर जाने वाले मार्गों या मंदिर परिसर में फूल- मालाएं, नारियल, अगरबत्ती, कांवर, कलश की दुकानें (फुटपाथ पर) लगी हुई थी। कलश में पवित्र नदी का जल लेकर भक्त सुदूर इलाकों से महादेव घाट, अन्य स्थानों पर पहुंचते रहे। नंगे पैर, गेरुआ, केसरिया परिधान पहने स्त्री -पुरुष, बच्चों युवा कांवर यात्रा में शामिल दिखे। जिनके लिए रास्तों में व्यापारिक संगठनों, सामाजिक संस्थाओं, एवं व्यक्तिगत तौर धार्मिक परिवारों ने जलपान भोजन की आराम की व्यवस्था थी।
उधर श्रावण मास में पड़ने वाले सोमवार को ज्यादातर भक्तजन उपवास रखते हैं। विवाहित महिला-पुरुष, पति – पत्नियों के लिए अविवाहित युवाजन अच्छे नेक वर-वधू प्राप्ति हेतु व्रत रखते हैं। ऐसे भक्त शाम बाद व्रत तोड़ते हैं। भक्त यथा क्षमतानुसार 3, 5, 7, या 8 वो सोमवार उपवास रहेंगे। मंदिर पहुंचने वाली महिलाओं ने विशेष श्रृंगार कर रखा था।