Rajasthan Election 2023 : तीन दिन के भीतर दो सभाओं में ‘माहौल’ बनाएंगे प्रधानमंत्री
Rajasthan Assembly Election 2023 : ‘मिशन राजस्थान’ में जारी हैं पीएम मोदी के दौरे, भाजपा के ‘सुपर स्टार’ प्रचारक हैं प्रधानमंत्री, फिलहाल दो दौरा का हो चुका है ऐलान, 15 को बाड़मेर 18 को आएंगे भरतपुर
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भाजपा के ‘सुपर’ स्टार प्रचारक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अब ताबड़तोड़ दौरे शुरू होने वाले हैं। चुनाव प्रचार का शोर थमने से ऐन पहले तक प्रधानमंत्री यहां अलग-अलग संभागों में जनसभाएं करके पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में वोट अपील करते हुए भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश करेंगे।
तीन दिन में दो बार आएंगे पीएम
प्रधानमंत्री के राजस्थान में चुनावी दौरे के फिलहाल दो कार्यक्रम घोषित हो गए हैं। इसके तहत वे तीन दिन के भीतर दो बार दौरे करके यहां के प्रत्याशियों के लिए वोट अपील करेंगे। प्रधानमंत्री का पहला दौरा बाड़मेर के बायतू में 15 नवंबर को होगा, जबकि दूसरा दौरा उसके ठीक दो दिन बाद 18 नवंबर को भरतपुर में होगा।
आस-पास के क्षेत्रों पर रहेगा फोकस
प्रधानमंत्री मोदी के चुनावी दौरे फिलहाल संभाग स्तर पर करवाए जा रहे हैं। इस बार वे बाड़मेर के बायतू दौरे से जहां जोधपुर की करीब 33 सीटों को साधने की कोशिश करेंगे, तो वहीं भरतपुर दौरे से इस संभाग की करीब 19 सीटों पर उनकी पैनी नज़र रहेगी।
समय कम, संयुक्त वोट अपील
विधानसभा चुनाव में अब वक्त बेहद कम है। 11 दिन बाद 25 नवंबर को मतदान होना है। ऐसे में भाजपा पार्टी की कोशिश प्रधानमंत्री की ज़्यादा से ज़्यादा सभाएं कराने की है। लेकिन क्योंकि प्रधानमंत्री का हर प्रत्याशी के लिए अलग-अलग प्रचार कराना संभव नहीं है, इसलिए उनके संभागवार दौरे तय हो रहे हैं। इन चुनावी दौरों में प्रधानमंत्री आस-पास के क्षेत्रों के सभी प्रत्याशियों के लिए संयुक्त वोट अपील कर रहे हैं।
ये भी हैं प्रस्तावित कार्यक्रम
प्रधानमंत्री मोदी की राजस्थान में ‘ताबड़तोड़’ चुनावी रैलियां जारी रहेंगी। बाड़मेर और भरतपुर के बाद 20 नवंबर को पाली, 22 नवंबर को जयपुर में परकोटा क्षेत्र में रोड शो और 23 नवंबर को जोधपुर में रोड शो प्रस्तावित है।
उदयपुर में हमलावर रहे थे मोदी
प्रधानमंत्री मोदी अपने पिछले राजस्थान दौरे के संबोधन में राज्य की गहलोत सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर हमलावर रहे थे। उन्होंने टेलर कन्हैया हत्याकांड का ज़िक्र करते हुए कांग्रेस सरकार को आतंकियों के साथ सहानुभूति रखने वाली सरकार तक कह डाला था।