New Parliament Special Session : सभी सांसद पैदल ही आए नए भवन में, भावुक पलों में मिट गईं दलों की दूरियां

New Parliament Special Session
New Parliament Special Session : संसद के विशेष सत्र के दौरान PM मोदी ने सेंट्रल हॉल में सांसदों को संबोधित किया। New Parliament Special Session इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, “पुरानी संसद की गरिमा कभी खत्म नहीं होनी चाहिए। इस इमारत को भारत का ‘संविधान भवन’ कहा जाना चाहिए।” उन्होंने कहा, “संसद में बना हर कानून, संसद में हुई हर चर्चा, संसद द्वारा दिया गया हर संकेत भारतीय आकांक्षा को प्रोत्साहित करने वाला होना चाहिए।” पीएम मोदी ने अपने भाषण में यह भी जोड़ा, “यह सौभाग्य है कि हमें इस संसद से अनुच्छेद 370 को हटाने का अवसर मिला।” साथ ही पीएम मोदी ने सभी सांसदों से गर्मजोशी से मुलाकात की। आइए देखें इस अवसर की कुछ तस्वीरें…
पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में आज आखिरी बैठक हुई. हालांकि, सेंट्रल हॉल में हुए कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी के साथ मंत्री, विपक्षी नेता और सांसद शामिल हुए।
इस दौरान पीएम मोदी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से बातचीत करते हुए दिखाई दिए। पीएम मोदी ने सभी सांसदों से गर्मजोशी से मुलाकात की।
विपक्षी नेताओं से भी पीएम मोदी ने उनकी सीट पर जाकर मुलाकात की। तस्वीरों में देखिए कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी की सीट के सामने पीएम मोदी कुछ बातचीत कर रहे हैं और सभी मुस्कुरा रहे हैं।
बता दें कि भारतीय संसद की कार्यवाही मंगलवार यानी आज नए भवन में स्थानांतरित हो गई। लोकसभा और राज्यसभा दोनों की बैठकें पहली बार नए परिसर में आयोजित हुईं। संसद सदस्यों ने 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने का संकल्प भी लिया। इससे पहले, पुराने परिसर के बाहर एक फोटो सत्र का आयोजन किया गया। पीएम मोदी ने सभी सांसदों के साथ तस्वीर खिंचवाई।
संसद परिसर में सभी फोटो सेशन के लिए एकत्रित हुए। इस दौरान पीएम मोदी और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला साथ में नजर आए। सभी सांसद के साथ पीएम मोदी ने तस्वीरें खिंचवाई। यह पुराने संसद में आखिरी फोटो सेशन था। इस दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्तीय मंत्री निर्मला सीतारमण, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल दिखाई दिए, वहीं राहुल गांधी को पीछे खड़े होते देखा गया।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार को हाथ में संविधान की प्रति लेकर संसद के पुराने भवन से नए भवन तक मार्च किया। इस दौरान चौधरी के साथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, द्रमुक के नेता टीआर बालू, कनिमोई, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और जयराम रमेश तथा कुछ अन्य नेता भी थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सुझाव दिया कि जिस दिन सभी विधायी कार्य नए संसद भवन में स्थानांतरित हो जाएंगे, पुराने संसद भवन को “संविधान सदन” के नाम से जाना जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा, 1947 में अंग्रेजों ने यहीं सत्ता का हस्तांतरण किया था, हमारा सेंट्रल हॉल उस ऐतिहासिक क्षण का गवाह है. पुराने संसद भवन में पारित किए गए कई महत्वपूर्ण कानूनों को याद करते हुए, प्रधान मंत्री मोदी ने कहा कि यहां से एकजुट होकर ‘तीन तलाक’ का विरोध किया गया, शाहबानो मामले के कारण देरी हुई और आखिरकार लंबे इंतजार के बाद हमारी मुस्लिम माताओं और बहनों को इस संसद के कारण न्याय मिला, जब कानून बनाया गया।
पीएम मोदी ने कहा, पिछले कुछ वर्षों में, संसद ने भी ट्रांसजेंडरों को न्याय देने वाले कानून पारित किए हैं। हमने एकजुट होकर ऐसे कानून पारित किए हैं जो विशेष रूप से विकलांग लोगों के लिए उज्ज्वल भविष्य की गारंटी देंगे। यह हमारा सौभाग्य है कि हमें अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का अवसर मिला।
पीएम मोदी ने कहा कि अब तक, लोकसभा और राज्यसभा ने 4,000 से अधिक कानून पारित किए हैं। जब आवश्यक हुआ, बिल पारित करने की रणनीति बनाने के लिए संयुक्त सत्र आयोजित किए गए। यह संसद ही थी, जिसने हमें अपनी गलतियों को सुधारने दिया और हमने तीन तलाक के खिलाफ कानून पारित किया।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और राज्यसभा के नेता पीयूष गोयल से बातचीत में प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हम नए संसद भवन की ओर बढ़ते हुए नए भविष्य का श्रीगणेश करने जा रहे हैं। विकसित भारत के हमारे संकल्प की पुनरावृत्ति और उसे प्राप्त करने के संकल्प के साथ संसद भवन का निर्माण।