Tue. Jul 22nd, 2025

‘ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ, भारत ने आतंक के खिलाफ तय किए हैं ये 3 सूत्र’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कानपुर की धरती से एक बार फिर दुश्मन देश पाकिस्तान को चेताया है। पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी के कानपुर में 47,600 करोड़ रुपये की लागत वाली 15 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। कानपुर पहुंचने पर पीएम मोदी ने पहगलाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशान्या द्विवेदी से भी मुलाकात की।

पाकिस्तान को युद्ध रोकने की मांग पर होना पड़ा मजबूर

ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमने पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकाने सैकड़ों मील अंदर जाकर तबाह कर दिए। हमारी सेना ने ऐसा पराक्रम दिखाया कि पाकिस्तानी सेना को युद्ध रोकने की मांग करने पर मजबूर होना पड़ा। पीएम मोदी ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम की धरती से सेना के इस शौर्य को बार-बार सलाम करता हूं।

आतंक के खिलाफ लड़ाई में ये 3 सूत्र

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। भारत ने आतंक के खिलाफ अपनी लड़ाई में तीन सूत्र तय किए हैं।

  1. पहला सूत्र ये है कि भारत हर हमले का करारा जवाब देगा। उसका सही समय और जवाब देने का तरीका सेना खुद तय करेगी।
  2. दूसत्रा सूत्र ये है कि भारत एटम बम की गीदड़भभकी को सहन नहीं करेगा।
  3. तीसरा सूत्र ये है कि आतंक के आका और आतंक के समर्थन वाली सरकार को भारत एक ही नजर से देखेगा।

ऑपरेशन सिंदूर के रूप में देखा दर्द और गुस्सा

पीएम मोदी ने कहा, ‘यह विकास कार्यक्रम 24 अप्रैल को होना था, लेकिन पहलगाम आतंकी हमले के कारण मुझे अपना कानपुर दौरा रद्द करना पड़ा। पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले में कानपुर के बेटे शुभम द्विवेदी ने भी अपनी जान गंवाई। बेटी ऐशान्या का दर्द और गुस्सा हम सबने महसूस किया है। हमारी बेटियों का दर्द और गुस्सा दुनिया ने ऑपरेशन सिंदूर के रूप में देखा।’

क्यों चलाया जा रहा आत्मनिर्भर भारत?

पीएम मोदी ने कहा, ‘हमें यह ताकत ‘आत्मनिर्भर भारत’ के विजन से मिली है। एक समय था जब भारत अपनी सुरक्षा के लिए दूसरे देशों पर निर्भर था। हमने इसे बदलने की दिशा में काम किया। हमारे देश के लिए अपनी रक्षा जरूरतों के लिए आत्मनिर्भर होना बहुत जरूरी है, न सिर्फ अर्थव्यवस्था के लिए बल्कि राष्ट्र के स्वाभिमान के लिए भी। इसलिए हम ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान चला रहे हैं।’

About The Author