पूरे मानसून सत्र के लिए सांसद संजय सिंह निलंबित, मणिपुर वायरल वीडियो पर पीएम मोदी से सदन में सवाल
नई दिल्ली, राज्यसभा के सभापति ने आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को संसद के मानसून सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया है। सभापति ने यह फैसला मणिपुर मुद्दे पर सदन में विपक्ष के विरोध के दौरान लिया। बता दें कि मानसून सत्र में विपक्ष मणिपुर वायरल वीडियो पर पीएम मोदी से सदन में जवाब देने की मांग पर अड़े रहे ।मणिपुर मुद्दे पर सदन में विपक्ष के विरोध के दौरान राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह (AAP MP Sanjay Singh) को मानसून सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया है । ऐसा संजय सिंह के अनियंत्रित व्यवहार को देखते हुए किया गया।
राज्यसभा की कार्रवाई की गई स्थगित
आप सांसद को निलंबित करने के तुरंत बाद सभापति ने कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी, क्योंकि विपक्षी सदस्य सदन में हंगामा कर रहे थे। वे मणिपुर मुद्दे पर सदन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बयान की मांग कर रहे थे। बता दें, मानसून सत्र का आज तीसरा दिन है।
पीयूष गोयल ने संजय सिंह को निलंबित करने का रखा प्रस्ताव
सदन के नेता पीयूष गोयल ने संजय सिंह को निलंबित करने का प्रस्ताव रखा, जिसे सदन ने ध्वनि मत से स्वीकार कर लिया। प्रस्ताव पेश होने से पहले, राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने संजय को उनके ‘अनियंत्रित व्यवहार’ के लिए नामित किया और उन्हें चेतावनी भी दी।
‘संजय सिंह को निलंबित करना दुर्भाग्यपूर्ण’
राज्यसभा सांसद संजय सिंह को मानसून सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित करने पर दिल्ली के मंत्री और AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अगर सच्चाई के लिए आवाज उठाने पर संजय सिंह को निलंबित किया जाता है, तो हम परेशान नहीं होंगे। हमारी कानूनी टीम इस मामले को देखेगी, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
विपक्षी नेताओं ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
विपक्ष मणिपुर हिंसा को लेकर लगातार सरकार को घेर रहा है। वह पीएम मोदी से संसद के दोनों सदनों में इस पर जवाब देने की मांग कर रहा है। सपा सांसद जया बच्चन ने कहा कि मणिपुर की घटना की दुनिया में चर्चा हो रही है, लेकिन हमारे देश में नहीं, जोकि शर्म की बात है। वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि अगर 140 करोड़ लोगों का नेता संसद के बाहर बयान दे सकता है तो उसे संसद के अंदर भी जवाब देना चाहिए, क्योंकि यहां लोगों के चुने हुए प्रतिनिधि बैठते हैं।