बिहार का पारंपरिक व्यंजन – लिट्टी-चोखा
लिट्टी-चोखा एक बिहारी व्यंजन है। राजस्थान के दाल-बाटी चूरमा से मिलता जुलता यह व्यंजन आटे की लोई को सत्तू से भरकर बनाया जाता है। इसे देसी घी में डुबाकर आलू-बैंगन के चोखे के साथ खाने की परंपरा है ।
लिट्टी के लिए सामग्री- आधा किलो गेहूं आटा, एक कटोरी चने का सत्तू, एक चम्मच अजवाईन, एक चम्मच अचार का मसाला, हरा धनिया, सरसों का तेल अंदाज से, एक कटोरी घी, नमक स्वाद अनुसार।
चोखा के लिए सामग्री- तीन उबले आलू, 2 बैंगन भुना हुआ, 4 हरी मिर्च, 2-3 टमाटर,सरसों का तेल, 3-4 लहसुन की कली, छोटा सा अदरक कद्दूकस किया हुआ, हरा धनिया, नमक स्वाद अनुसार
विधि
लिट्टी बनाने के लिए
सबसे पहले एक पॉट में गेहूं आटा लेकर इसमें नमक डालकर,थोड़ा अजवाईन डालकर कड़ा आटा गूंथ कर रख ले। अब सत्तू को एक पॉट में लेकर उसमें नमक (स्वादनुसार), अजवाईन, अचार का मसाला, हरा धनिया, एवं सरसों का तेल अच्छे से मिलाकर मिश्रण बनाकर रख ले।
चोखा बनाने के लिए
चोखा के लिए उबले आलू को एक पॉट में रख लें। फिर बैगन को गैस में भून लें ,उसमें लहसुन की कली, अदरक, नमक, सरसों का तेल, बारीक कटी हरी मिर्च एवं हरा धनिया डालकर सभी को अच्छे से मिक्स कर लें अब कड़ाही में हल्का सा तेल गरम कर उस मिश्रण को फ्राई कर लें, या ऐसे ही मिश्रण रख लें।अब आटे की लोई लेकर उसके अंदर सत्तू के मिश्रण को अच्छे से भरकर इसे पैक कर लें। अब इसे हल्के हाथों से गोल बॉल्स का शेप देकर तंदूरी या कढ़ाई में सेक लें। अब इसे आलू बैगन के मिश्रण याने चोखा के साथ गर्मागर्म सर्व करें। इसे हर मौसम में बनाया जा सकता हैं।