Arvind Kejriwal News: ‘मोदी की गारंटी’ के खिलाफ केजरीवाल लाए अपनी 10 गारंटी, पढ़िए बड़ी बातें

Arvind Kejriwal ने कहा, भाजपा चाहती थी कि केजरीवाल को जेल भेज दो और पीछे से पार्टी तोड़ दो। ये चाहते थे कि विधायकों को तोड़ लो, लेकिन कोई नहीं टूटा।
Arvind Kejriwal News: नई दिल्ली (Lok Sabha Election 2024)। चुनाव प्रचार के लिए अंतरिम जमानत पर बाहर आने के बाद से दिल्ली के मुख्यमंत्री अऱविंद केजरीवाल लगातार हमलावर हैं। उन्होंने भाजपा और खासतौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमले किए।
अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी 10 गारंटी जारी की। उन्होंने कहा कि अभी मैंने इस बारे में इंडी गठबंधन के किसी नेता से बात नहीं की है, लेकिन जिस तरह की ये गारंटी हैं, किसी को आपत्ति नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी की गारंटी के सामने यह केजरीवाल की गारंटी है। केजरीवाल ने पीएम मोदी के पुराने वादे भी बताए और कहा कि जनता को किसकी गारंटी पर भरोसा करना चाहिए।
केजरीवाल की गारंटी
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सत्ता में आने पर देश के सभी गरीबों को 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने की घोषणा की। उन्होंने कहा, हम देश में 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराएंगे। देश में 3 लाख मेगावाट बिजली पैदा करने की क्षमता है लेकिन उपयोग केवल 2 लाख मेगावाट है। हमारा देश ऐसा कर सकता है। मांग से अधिक बिजली का उत्पादन हमने दिल्ली और पंजाब में किया है, हम देश में भी करेंगे, हम सभी गरीबों को 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली देंगे, इसमें 1.25 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे।
दूसरी गारंटी यह है कि हम सभी के लिए अच्छी और उत्कृष्ट मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था करेंगे। सरकारी स्कूल निजी स्कूलों से बेहतर शिक्षा प्रदान करेंगे। हमने दिल्ली में ऐसा किया है और पंजाब को इसके लिए 5 लाख करोड़ रुपये की जरूरत होगी।
विधायकों की बैठक में क्या बोले पीएम मोदी
भाजपा चाहती थी कि केजरीवाल को जेल भेज दो और पीछे से पार्टी तोड़ दो। ये चाहते थे कि विधायकों को तोड़ लो, लेकिन कोई नहीं टूटा।
भाजपा चाहती थी कि भगवंत मान को अपनी तरफ मिला लेंगे, वे भी नहीं हिले। भाजपा जानती है कि आने वाले समय में यदि किसी पार्टी से उनको खतरा है तो वो आम आदमी पार्टी है।
आम आदमी पार्टी को ही आने वाले समय में देश चलाना है।
केजरीवाल के तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद यह पहला मौका है जब उनकी विधायकों के साथ बैठक की। इस दौरान दिल्ली और पंजाब के लोकसभा चुनावों पर मंथन हुआ।
केजरीवाल ने कहा कि मोदी अगले वर्ष 17 सितंबर को 75 साल के हो जाएंगे। ऐसे में वह अगले साल अमित शाह को पीएम बनाएंगे। अबकी बार वोट भी वह अपने लिए नहीं, अमित शाह के लिए ही मांग रहे हैं। अगर मोदी चुनाव जीत गए तो दो महीने के अंदर उप्र का सीएम बदल दिया जाएगा।
केजरीवाल ने कहा कि इन्होंने लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, सुमित्रा महाजन की राजनीति खत्म कर दी। शिवराज सिंह चौहान, वसुंधरा राजे, मनोहर लाल, रमन सिंह की राजनीति खत्म कर दी। अब अगला नंबर योगी आदित्यनाथ का है। उन्होंने कहा कि मोदी ने एक बेहद खतरनाक मिशन चालू किया है- ‘वन नेशन वन लीडर।’ वह देश के सारे नेताओं को जेल भेजकर लोकतंत्र खत्म कर देना चाहते हैं। अगर वह चुनाव जीत गए तो थोड़े दिन के बाद ममता दीदी, तेजस्वी यादव, स्टालिन साहब, पिनाराई विजयन, उद्धव ठाकरे सभी जेल में होंगे।
केजरीवाल ने दावा किया कि चार जून के बाद देश में भाजपा सरकार नहीं रहेगी। केंद्र में आएनडीआइए की सरकार बनने जा रही है। हरियाणा, दिल्ली, कर्नाटक, बिहार, उप्र, झारखंड हर जगह इनकी सीटें कम हो रही है। भाजपा को 220 से 230 सीटें ही मिल रही हैं।
केजरीवाल के बयानों पर भाजपा का पलटवार
गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सत्ता में आए तो अपना कार्यकाल पूरा करेंगे। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस दावे को खारिज कर दिया कि मोदी चाहते हैं कि अगले वर्ष 75 साल का होने के बाद शाह उनके उत्तराधिकारी बनें। अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 2029 तक ही नहीं, उसके बाद भी देश का नेतृत्व करते रहेंगे।
केजरीवाल की रिहाई से पाकिस्तान खुश
पाकिस्तान के पूर्व सूचना और प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की रिहाई पर खुशी जताई है। फवाद ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष भी किया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया मोदी जी एक और लड़ाई हार गए। केजरीवाल रिहा हो गए हैं। यह नरमपंथी भारत के लिए अच्छी खबर है। इससे पहले भी फवाद चौधरी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भी प्रशंसा की थी। उन्होंने राहुल गांधी की तुलना पहले प्रधानमंत्री नेहरू से की थी और कहा था कि राहुल जवाहरलाल नेहरू की तरह ही समाजवादी हैं। फवाद चौधरी द्वारा राहुल गांधी की प्रशंसा करना भारत के चुनाव में मुद्दा भी बना था।