ISRO के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने शतरंज के ग्रैंडमास्टर प्रग्गनानंद को दिया काम का ऑफर

ISRO Chairman to Praggnanandhaa: चेन्नई। भारतीय शतरंज के ग्रैंडमास्टर रमेशबाबू प्रगनानंद को ISRO में काम करने का मौका मिला है। ISRO अध्यक्ष एस सोमनाथ ने प्रगनानंद के आवास पर मुलाकात कर उन्हें काम करने का मौका दिया । ISRO के अध्यक्ष ने कहा कि हमें भी प्रग्गनानंद की उपलब्धि के लिए उन पर बहुत गर्व है। वह अब दुनिया में 15वें नंबर पर हैं और जल्द ही दुनिया में नंबर 1 बनेंगे।
ISRO ने अपने सफलता का डंका पूरे विश्व में बजाया है। चंद्रयान 3 की चर्चा आज विश्व के हर कोने में हो रही है। इस बीच ISRO अध्यक्ष एस सोमनाथ ने कहा कि शतरंज भारत में शुरू हुआ एक पुराना खेल है और यहीं इसका मूल स्थान हैं। सोमनाथ ने कहा कि यह दिमाग और प्रतिभा का खेल है यह योजना और रणनीति का खेल है और इसलिए ही भारत इसमें आगे है। उन्होंने आगे कहा कि हमें गर्व है कि चंद्रमा के साथ जमीन पर भी प्रज्ञान है।
एस सोमनाथ ने कहा कि शतरंज भारत में शुरू हुआ एक पुराना खेल है और यहीं इसका मूल स्थान हैं। सोमनाथ ने कहा कि यह दिमाग और प्रतिभा का खेल है, यह योजना और रणनीति का खेल है और इसलिए ही भारत इसमें आगे है। उन्होंने आगे कहा कि हमें गर्व है कि चंद्रमा के साथ जमीन पर भी प्रज्ञान है।
ISRO के साथ काम करेंगे प्रग्गनानंद
सोमनाथ ने यह भी बताया कि अब प्रग्गनानंद इसरो के साथ काम करेंगे। इसरो अध्यक्ष ने कहा कि हमने चंद्रमा पर भारत के लिए जो किया, उसने जमीन पर पूरा किया है और अब वह भी अंतरिक्ष को प्रमोट करने के लिए हमारे साथ काम करने जा रहा है।
सोमनाथ ने कहा कि प्रग्गनानंद युवाओं को विज्ञान, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी अपनाने के लिए प्रेरित करने और भारत को एक शक्तिशाली राष्ट्र बनाने के लिए हमारे साथ काम करेगा।