रोजगार की परिभाषा पता कर लें

रायपुर। शहर समेत समूचे प्रदेश में हजारों ठेले-खोमचे वाले यथासंभव जगह देख, वहां की जरूरत भांप छोटा-मोटा असंगठित मेहनतकश रोजगार अपनाए हुए हैं। जिससे उनका परिवार चल रहा हैं।

उक्त नजरिए से सभी अवगत हैं। शहरों-कस्बों के बड़ा होने के साथ-साथ ठेले- खोमचे वालों का व्यवसाय या फुटकर धंधा पानी सीधे अर्थों में अर्थशास्त्र अनुसार उनका रोजगार है। भले सड़क छाप कह लें, बेशक, धंधा-पानी के लिए वे माकूल जगह देख खड़ा होते या खोमचे तानते हैं। यह भी सच है कि कई मर्तबे इनसे ट्रेफिक बाधित होता है।

राजधानी के यातायात पुलिस के एक अधिकारी, प्रभारी ने एक मिडिया से अनौपचारिक चर्चा में (पूछे जाने पर) कहा है कि ठेला-खोमचे रोजगार नहीं- पर स्वीकारा कि उससे-उनकी (ठेले-खोमचे वालो का) आजीविका चलती हैं। अधिकारी को किसी अर्थशास्त्री से या अपने आलाधिकारी से रोजगार की परिभाषा पता कर लेनी चाहिए। गर उनका काम रोजगार नहीं है। (ठेले-खोमचे वालों का) तो सड़क पर सिटी बजाते हाथों से इशारा करते यातायात को नियंत्रित करना क्या रोजगार नौकरी हैं। यातायात अधिकारी भूल गए कि उनकी आजीविका भी यातायात दुरस्त करने भर से चलती है। जो महत्वपूर्ण कार्य है। गरीब ठेले -खोमचे वाले कई मर्तबे या अक्सर भूखे, प्यासे, तलबगार लोगों को चाय -नाश्ता फल -सब्जी या अन्य जरूरत की चीजें बेचकर (उपलब्ध करा) कितना सहयोग करते हैं। खुले आसमान तले 10-10 या 12-12 घण्टा धंधा कर चार पैसा कमाकर घर-परिवार चलाते हैं।

किसी बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, अस्पताल के बाहर जब अपना बीमार बच्चा रोता रहता है तो यही ठेले-खोमचे वाले गर्म दूध-बिस्कूट फल मौके पर उपलब्ध कराते हैं।

यातायात अधिकारी बताएं कि क्या शहर-कस्बे में जगह की कमी या सुदूर विस्थापित कर दिए जाने के बाद वे हजारों बेरोजगार हो जाएं। आजीविका से वंचित हो जाएं ? फिर घर-परिवार चलाने चोरी-उठाईगिरी आदि का अपराध करने लग जाएं ? मजबूरी में पेट पालने बेशक ठेले-खोमचे वाले फुटपाथ पर जगह घेर कई बार यातायात प्रभावित करते हैं, पर गलत काम करके (अपराध) गुजारा तो नहीं चलाते ? शहर-कस्बों में कितने प्रतिशत लोगों के घरों पर पार्किंग या गैरेज सुविधा हैं। वे इनसे (ठेले -खोमचे) ज्यादा जगह (स्थान) अपनी चार-चक्का वाहन खड़ी करने में घेरते हैं। उनसे भी यातायात पारा, मोहल्ला, कालोनी प्रभावित हैं। उन्हें भी विस्थापित करना चाहिए क्या उनके मोहल्ले, कलोनी, दुकान, प्रतिष्ठान, कार्यालय से ?

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