ओडिशा के सरहदी रास्ते से नकली नोट, अवैध गांजा और अफीम के परिवहन को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई करनी होगी
छत्तीसगढ़ राज्य में यह सरायपाली, बसना, पिथौरा से लगा हुआ क्षेत्र है तथा दूसरी ओर महासमुंद, बागबाहरा, खल्लारी आदि क्षेत्रों से लगा हुआ है। अक्सर मुखबिरों की सूचना पर संबंधित इलाकों की पुलिस अवैध गांजा, अफीम आदि बरामद करती रही है।
Fake Currency : ओडिशा-छत्तीसगढ़ राज्य की सरहद पर लगातार गांजा, अफीम के अवैध परिवहन एवं नकली नोटों का लगातार मिलते रहना चिंताजनक है। जानकारों का कहना है कि पुलिस द्वारा आए दिन पकड़े या बरामद किए जा रहे अवैध गांजा, अफीम या नकली नोटों की खेप महज 15- 20 फीसदी हिस्सा है। शेष माल अनदेखी का लाभ उठा पार हो जा रहा है।
ओडिशा की सीमा से लगे छत्तीसगढ़ राज्य में गांजा, अफ़ीम,नकली नोट आदि बरामद-
गौरतलब हो कि ओडिशा की सरहद छत्तीसगढ़ राज्य में सरायपाली, बसना, पिथौरा तो उधर महासमुंद, बागबाहरा, खल्लारी आदि क्षेत्र से लगी है। अक्सर मुखबिर की सूचना पर संबंधित इलाकों की पुलिस अवैध गांजा, अफीम आदि बरामद करती रही है। जो कि अवैध परिवहन का महज 15-20 फीसदी हिस्सा होता है। शेष माल यात्री बसों, निजी वाहनों या मालवाहकों के माध्यम से पार हो जाता है। इन्हीं रास्तों से नकली नोटों की खेप भी छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र भेजी जाती रही है।
अपराधी नए-नए तरीके अपना रहे हैं-
बदमाश अपराधी कभी सब्जी, फल, चावल, गेहूं, दाल, लकड़ी, रेत, ईट, गिट्टी, धान आदि के अंदर अवैध माल छिपाकर परिवहन करते हैं तो इसी तरह नकली नोट खपाया जाता है। आमतौर पर पढ़े-लिखे बेरोजगारों को मोहरा बना परिवहन होता है। गुरुवार को इस क्रम में 3 करोड़ 80 लाख के नकली नोट पकड़ाए। जिन्हें पिकअप में साड़ियों में छिपाकर रखा गया था। इसी तरह पिछले डेढ़- दो माह में सोना, चांदी, गांजा का अवैध परिवहन जब्त किया जाता रहा है।
लाखों के नकली नोट महाराष्ट्र, उड़ीसा और छत्तीसगढ़ में खपाये जा रहे हैं-
संबंधित इलाकों की पुलिस अक्सर धरपकड़ करती है पर देखने में आता है कि बड़ी मछलियां जाल में नही फस पाती। जबकि छोटी मछलिया या मोहरे पकड़ जाने के बाद 4-6 माह की सजा काट बाहर आ जाते है। वे फिर धंधे में लिप्त हो जाते हैं। बताया जा रहा है कि गुरुवार को पकड़े गए करोड़ों के नोट हू-ब-हू असली नोट जैसे लगते है। समान्य स्थिति में असली-नकली के बीच अंतर करना मुश्किल हो जाता है। अरसे से अवैध परिवहन जारी होने के बावजूद तह तक नही पहुंच पाने के चलते गोरख धंधा बदस्तूर जारी है। आशंका है कि लाखों के नकली नोट महाराष्ट्र, उड़ीसा और छत्तीसगढ़ में खपाये जा रहे हैं। पुलिस- प्रशासन कहां छाप रहा है नकली नोट (माल)। वह यह भी पता नहीं लगा पा रही है कि अवैध गांजा, अफीम और शराब का सामान कहां से आ रहा है।