FLOOD UPDATE : बाढ़ ने मचाया हाहाकार, उत्तर भारत में और 41 लोगों की मौत
FLOOD UPDATE : देशभर में बीते दिनों से रही भारी बारिश (Heavy rain) से बाढ् के हालात हुए है। मैदानी इलाकों से लेकर पहाड़ी क्षेत्रों तक आसमान से कहर बनकर बारिश बरस रही है। उत्तर भारत में भारी बारिश के बाद मची इस तबाही के बाद 41 और लोगों की जान जाने की है। राहत और बचाव अभियान तेज करने के लिए सेना और NDRF की कई टीम को तैनात किया गया है। आफत की इस बारिश ने सबसे ज्यादा तबाही उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्यों में मचाई है। हालात इतने बद्तर हैं कि लोगों को रेस्क्यू करने के लिए NDRF के साथ-साथ सेना को भी उतारना पड़ा। इस वक्त हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा में बारिश के बाद हालात बेकाबू बने हुए हैं।
जानिए किन राज्यों में हुई कितनी मौतें
उत्तराखंड में जारी भारी बारिश के दौरान भूस्खलन और अन्य संबंधित घटनाओं में रविवार को 9 लोगों की मौत हो गई और आधा दर्जन घायल हो गए। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में भी भारी बारिश के बाद 17 लोगों की मौत की खबर है। वहीं, पंजाब और हरियाणा में भी 9 लोग अपनी जान गंवा चुके है। बारिश और लैंडस्लाइड की वजह से पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में दो दिनों के भीतर 18 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं करोड़ों रुपए की संपत्ति बर्बाद हो गई है।
चार राज्यों में NDRF की 39 टीमें तैनात
भारी बारिश के मद्देनज़र पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और उत्तराखंड में NDRF की 39 टीमें तैनात तक दीं गई हैं। पंजाब में 14 टीमें, हिमाचल प्रदेश में 12 टीमों को तैनात किया गया है। हरियाणा में 5 और उत्तराखंड में 8 टीमें राहत पहुंचा रही है। हरियाणा में यमुना नदी का पानी करनाल के कई गांवों में घुस गया है। यहां एसडीआरएफ रेस्क्यू ऑपरेशन (SDRF rescue operation)चला रही है।
आज अमरनाथ यात्रा सस्पेंड, हजारों श्रद्धालु फंसे
खराब मौसम और लैंडस्लाइड (Landslide) की वजह से जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे बंद हो गया है। इस वजह से आज अमरनाथ यात्रा (amarnath yatra) निलंबित रहेगी। तीर्थयात्रियों का कोई भी जत्था जम्मू से कश्मीर के लिए रवाना नहीं होगा। जम्मू में 7 हजार से ज्यादा यात्री फंसे हुए हैं। वहीं, 5 हजार से ज्यादा श्रद्धालु रामबन के चंद्रकोट आधार शिविर में फंसे हैं। प्रशासन हाइवे पर क्षतिग्रस्त हिस्सों की पूर्ण बहाली के लिए काम कर रहा है।
यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से काफी ऊपर
हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए पानी की वजह से यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रहा है। इस वक्त यमुना का जलस्तर 206.24 मीटर है, जो खतरे के निशान से काफी ऊपर है। यमुना के निचले इलाकों में रहने वालों को हिदायत दी गई है। क्षेत्र में कई सड़कें और आवासीय इलाके पानी में डूब गए हैं। कई जगहों पर सैलाब में वाहन बहते नजर आए।
उत्तरकाशी में मलबा गिरने से 4 श्रद्धालुओं की मौत
उत्तराखंड में लैंडस्लाइड और बड़े-बड़े बोल्डर गिर रहे हैं। उत्तरकाशी में बड़ा हादसा हुआ है। यहां चट्टान का मलबा गिरने से 4 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। हादसे में घायल हुए छह लोगों अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस हादसे में मारे गए सभी यात्री मध्य प्रदेश के इंदौर के रहने वाले हैं, जो उत्तराखंड की यात्रा पर निकले थे।
चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पूरी तरह बंद
चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर मंडी से लेकर कुल्लू तक जगह-जगह लैंडस्लाइड हुई है। हाइवे अब पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। सैकड़ों गाड़ियां कुल्लू और मनाली में फंसी हैं। हरियाणा में सतलुज और घग्गर नदियों के पास के पास खेतों में पानी भर गया है, जिससे फसलों को नुकसान पहुंचा है।