महाराष्ट्र में एक टमाटर किसान की हत्या !
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टमाटर-मोबाइल के चक्कर में अपनी जान दांव पर ना लगाएं
रायपुर। व्यक्ति अपनी जीभ, मन, लालच पर नियंत्रण नहीं रख पा रहा है। दूसरों की कमाई पर हाथ साफ करने में भी झिझक-संकोच, डर नहीं। धन-संपदा की खातिर हत्या तक करने उतारू हो जा रहा। स्थिति भयावह हो चली हैं।
देश में मौसम की मार के चलते आज टमाटर की फसल खराब बर्बाद हो गई। वह भी उन राज्यों में जहां इसकी उपज बहुतायत में होती है। कभी दाम न मिलने से सड़कों खेतों पर फसल फेक देने या जानवरों को चरा देने की खबर आती रहती है। बहरहाल फसल खराब होने से पैदावार बुरी तरह प्रभावित हुई। लिहाजा मांग अधिक सप्लाई कम होने से भाव बढ़ते- बढ़ते डेढ़-पौने दो सौ रुपए प्रति किलो हो गया है स्वाभाविक है कि आम एवं गरीब वर्ग की थाली से मौसम ने टमाटर की चटनी तक छीन ली।
नई फसल आने तक भाव ऐसे ही बने रहेंगे। पर देखा जा रहा है कि देश में कई हिस्सों में टमाटर की चोरी, माल वाहक वाहन रोककर डकैती या राहजानी या लूट जो कहें- समझे। कुछ जगह दुकानदार, बाउंसर रखे हैं- डर कर कोई छीन कर भाग ना जाए। कहीं ग्राहक से मोबाइल, नंबर, घर का पता, नाम आदि लिखवा कर टमाटर बेचा (दिया) जा रहा है। यानी टमाटर-टमाटर न होकर जी का जंजाल बन गया। महाराष्ट्र से खबर आई कि एक टमाटर किसान ने 4 दिन पहले टमाटर बेच 30 लाख कमाए, फिर क्या लुटेरे, बदमाशों-लालचियों ने उसकी हत्या कर दी। टमाटर के चलते हत्या !
क्या भोजन-सब्जी में टमाटर इतना अत्यावश्यक हो गया है। जीभ इतनी उतावली हो गई है। कुछ माह बगैर टमाटर के सब्जी-भोजन नहीं किया जा सकता। क्या टमाटर नहीं खाने से मौत हो जाएगी। जीभ पर लगाम नहीं लगा सकते। उधर गरीब किसान जो वर्षों से टमाटर उगता रहा। भाव नहीं मिलने से फेंकता रहा। लागत नहीं निकलने से आत्महत्या करता रहा। गर आज उपजे टमाटर (खेती कर) से वह 30 लाख कमा लिया तो लूटने के साथ उसकी हत्या। यानी टमाटर उगा उसने पाप कर डाला !
उधर मोबाइल पर फोन कर मैसेज लोगों को झांसे में डाल आए दिन उनके बैंकों खातों (मदों) से लाखों रुपए उड़ा देने वाले साइबर अपराधी पकड़ में नहीं आ रहे हैं। अगर पकड़ में आ गए तो शिकायतकर्ता- पीड़ित को रिफंड नहीं। कोई गरीब घर-मकान बनाने, बेटे-बेटी का ब्याह करने, कोई बच्चे को पढ़ाने-लिखाने या बीमारी के इलाज के वास्ते पैसा रखा हो तो उसे भी साइबर अपराधी उड़ा ले रहे हैं।
उपरोक्त चीजे भयावह स्थिति को बयां करती है। जिसे रोकने लोगों को स्वयं आगे आना होगा। उन्हें सतर्क रहना होगा। पुलिस-प्रशासन के साथ मिलकर अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजना होगा। लालच छोड़ना होगा। जीभ के स्वाद पर लगाम देनी होगी। पैसे के लेन-देन संबंधित कार्य अनजान से ना करें ना ही अनजान का फोन उठाए। टमाटर को हौव्वा न बनाए न बनने दें। इसी तरह जिन सब्जियों के दाम बढ़े हैं। वो फिलहाल न लें। टमाटर के चक्कर में किसी तरह के जानमाल की हानि ना होने दें। मोबाइल जरूरी है पर 24 घंटे कतई नहीं। उसके चक्कर में आकर झांसे का शिकार न बने। मोबाइल भगवान नहीं है। किसी अनजान मोबाइल काल, मैसेज, लिंक को न उठाए। स्थिति की भयावहता पर लगातार नजर रखें। अपनी हिफाजत खुद करें।