टमाटर की दुकान पर बाउंसर तैनात करना पड़ा महंगा : दुकानदार को पुलिस ने किया गिरफ्तार, सपा नेता की हो रही है तलाश

वाराणसी। टमाटर की सुरक्षा के लिए वाराणसी के बाजार में बाउंसर लगाने वाले दुकान मालिक और उसके बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं सब्जी विक्रेता बनने वाले सपा कार्यकर्ता अजय यादव उर्फ अजय फौजी की पुलिस को तलाश है।
महंगाई के खिलाफ किया था प्रदर्शन
टमाटर की कीमतें आसमान छू रही हैं। टमाटर महंगे हुए तो विपक्ष के नेता भी सरकार पर हमलावर हो गये। इसी बीच वाराणसी का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें एक टमाटर की दुकान पर बाउंसर खड़े दिखाई दिये। इसके बाद जानकारी सामने आई है कि समाजवादी पार्टी के नेता ने यह सब महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए किया था तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया।
टमाटर के लिए बाउंसर और एडवांस में रकम
बता दें कि सब्जी की दुकान पर टमाटर की सुरक्षा में दो बाउंसर लगाए गए थे। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। अजय फौजी ने कहा था कि टमाटर की कीमतों में आग लगी हुई है। लोग टमाटर छीनकर ले जा रहे हैं। इसीलिए हमने इसकी सुरक्षा में बाउंसर लगाए हैं। इस समय टमाटर को लेकर जगह-जगह मारपीट की घटनाएं दुकान पर हो रही हैं। हमारे यहां भी टमाटर के भाव को लेकर ग्राहक गरम हो जाते हैं। अगर किसी दिन किसी ग्राहक ने हमारे साथ मारपीट कर दी तो हमें बचाने कोई नहीं आएगा। सबको लगता है कि दुकानदार ने ही कीमतें बढ़ाई हैं। इसीलिए हमने अपनी दुकान पर बाउंसर तैनात किए हैं। इस दुकान में टमाटर की कीमत एडवांस में देने की बात भी दफ्ती में लिखी हुई थी।
समाचार एजेंसी ने हटाया ट्वीट
इस खबर के वायरल होने के बाद यह बात सामने आयी कि सपा नेता अजय फौजी एक दुकान पर पहुंचे और वहां पर अपने हिसाब बोर्ड लगाया और बाउंसर तैनात कर दिए। इसके बाद वे खुद को सब्जी विक्रेता बताते हुए मीडिया में बयान देने लगे। न्यूज एजेंसी PTI ने अजय फौजी के बयान का वीडियो भी शेयर किया था। हालांकि बाद में PTI ने यह कहते हुए वीडियो डिलीट कर दिया कि सब्जी विक्रेता एक राजनीतिक दल से जुड़ा हुआ है और जानकारी देने का मकसद संदिग्ध लग रहा था।
अखिलेश यादव की यह प्रतिक्रिया आयी सामने
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा है, “जिस देश-प्रदेश में स्वस्थ व्यंग्य और कटाक्ष के लिए स्थान न हो वहां समझ लेना चाहिए, दूसरों को डरानेवाली सत्ता, स्वयं डरी हुई है। ‘मदर ऑफ़ डेमोक्रेसी’ की बात इस माहौल में बेमानी जुमला लगती है। देश के प्रमुखतम संसदीय क्षेत्र में लोकतंत्र का ये हाल है तो बाकी देश में क्या होगा।”
जिस देश-प्रदेश में स्वस्थ व्यंग्य और कटाक्ष के लिए स्थान न हो वहाँ समझ लेना चाहिए, दूसरों को डरानेवाली सत्ता, स्वयं डरी हुई है। ‘मदर ऑफ़ डेमोक्रेसी’ की बात इस माहौल में बेमानी जुमला लगती है। देश के प्रमुखतम संसदीय क्षेत्र में लोकतंत्र का ये हाल है तो बाकी देश में क्या होगा।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 10, 2023