बलौदाबाजार हिंसा : विधायक देवेंद्र यादव को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत, 17 अगस्त से जेल में बंद थे

बलौदाबाजार हिंसा मामले में जेल में बंद विधायक देवेन्द्र यादव को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। यादव पिछले 17 अगस्त से जेल में बंद थे।
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार हिंसा मामले में विधायक देवेन्द्र यादव को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। पिछले छह माह से जेल में बंद विधायक देवेंद्र यादव को बड़ी राहत मिल सकती है। आज यादव की जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान देवेंद्र यादव की जमानत याचिका को मंजूरी मिल गई है। बता दे कि, पिछले 17 अगस्त से विधायक देवेंद्र यादव जेल में बंद थे।
हिंसा मामले में कुल 187 लोग जेल में बंद थे। जिसमें से 28 लोगों को जमानत मिल चुकी है। देवेंद्र पर भीड़ को उकसाने का आरोप लगा है।विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी बलौदाबाजार हिंसा मामले में हुई थी। उन पर हिंसा भड़काने का आरोप है। इस मामले में बलौदाबाजार पुलिस ने 4 बार नोटिस जारी किया, लेकिन विधायक ने बयान देने जाने से मना कर दिया था। उन्होंने कहा था कि पुलिस को बयान लेना है, तो उनके पास और लेकर जाए।
पुलिस के पास हैं पर्याप्त सबूत और गवाह
बलौदाबाजार पुलिस के एक उच्चाधिकारी की माने तो पुलिस के पास विधायक देवेंद्र यादव के खिलाफ गवाह हैं और कुछ लोगों के बयान हैं। इसके अलावा पुलिस के पास कुछ वीडियो भी हैं। जिसको आधार बनाकर उन पर कार्रवाई की जा रही है।
3 मामलों की एक साथ चल रही है जांच
देवेंद्र यादव के खिलाफ बलौदाबाजार हिंसा का पहला मामला जांच में नहीं है, उनके खिलाफ कोयला घोटाला और कथित MMS मामले की भी जांच चल रही है। कुछ दिन पहले भिलाई नगर पुलिस ने भी उन्हें नोटिस जारी कर फोटो वीडियो के लिए थाने बुलाया था। देवेंद्र वहां भी दोबारा बयान दर्ज कराने नहीं गए। उन्होंने कहा कि, वह थाने जाकर अपना बयान एक बार दे दिए हैं। लिखित में भी दिया है कि, जांच में जो भी आगे पूछताछ या जानकारी चाहिए, उनके कार्यालय में आकर ले लें।