Sat. Apr 19th, 2025

Bangladesh Unrest: सीमा पर भरी तनाव, भारत आने के लिए बांग्लादेशी लगा रहे जय श्री राम का उद्घोष

Bangladesh Unrest:

Bangladesh Unrest: बांग्लादेश में जारी तनाव से त्रस्त हजारों लोग देश छोड़कर, भारत की शरण लेने सीमा पर जमा हो रहें हैं। बार्डर सुरक्षा फोर्स ने उन्हें रोक रखा है।

Bangladesh Unrest रायपुर। बांग्लादेश में जारी तनाव से त्रस्त हजारों लोग देश छोड़कर, भारत की शरण लेने सीमा पर जमा हो रहें हैं। बार्डर सुरक्षा फोर्स ने उन्हें रोक रखा है। पर तमाम लोग जीरो पाइंट पर खड़े हैं। जिससे कुछ लोग आवामी लीग का नारा शेख हसीना की जय लगाने लगे है, तो वही एक बड़ा वर्ग जय श्री राम, भारत माता की जय का उद्घोष करते देखे जा रहें हैं।

उक्त नजारा शुक्रवार को भारत-बांग्लादेश सीमा पर कुचविहार के सीतालाकुची के पठानठुली में देखने को मिला। जहां बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को वहां तैनात किया गया है। बांग्लादेश में कई जगहों पर हालात बिगड़े हुए हैं। देश के कई हिस्सों में तोड़फोड़ और लूटपाट की शिकायतें आ रही हैं। ऐसी स्थिति में हजारों बांग्लादेशी अपना घर-बार छोड़ भारत की शरण में आना चाहते हैं। इसी हफ्ते बुधवार को जलपाईगुड़ी के बेरुवारी में बांग्लादेशी सीमा पर कई लोग एकत्र हुए थे। उस जगह पर कोई कंटीला तार नही है। सुरक्षा बल ने कहा कि वे लोग जीरों पाइंट पर इंतजार कर रहे थे। सभी भारत में प्रवेश की अनुमति चाहते हैं। हालांकि,बीएसएफ ने बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) से बात करने के बाद उन्हें वापस भेज दिया।

शुक्रवार को बांग्लादेश छोड़कर भारत आने के लिए सीतालकुची के पाठानठुली में सैंकड़ों लोग एकत्रित हुए। हालांकि, बीएसएफ ने उन्हें सीमा पर बाड़ लगाने से पहले ही रोक लिया। तभी वे लोग जीरो प्वाइंट पर जमीन पर बैठकर हसीना सरकार के समर्थन में नारे लगाने लगे। बीएसएफ सूत्रों के अनुसार, ये निवासी बांग्लादेश के लालमनिरहाट जिले के गाइबंदा, पश्चिम गोतामारी, पूर्वी गोतामारी, डाकातारी इलाकों से आए थे। जानकारी के मुताबिक वे बांग्लादेशी हसीना के समर्थन में नारे लगाने के अलावा ‘भारत माता की जय’, ‘जय श्री राम’ के नारे भी लगाते रहे।

उधर बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे सजीब वाजिद जॉय ने फिर कहा शेख हसीना का किसी भी देश में शरण लेने का कोई इरादा नहीं है। वे भारत में ही रहेंगी। इसके साथ ही कहा कि मां की जान बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आभारी हैं, उन्होंने बेहद कम समय में उन्हें भारत आने की इजाजत दी, वर्ना बांग्लादेश में उनकी हत्या हो सकती थी। जॉय ने कहा, देशभर में अवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हमले के बाद उनका नजरिया बदल गया है। यह मां का आखिरी कार्यकाल था। वे अगला चुनाव नहीं लड़तीं। मेरा भी राजनीति में आने का कोई मन नहीं था। लेकिन, पिछले दिनों जो कुछ हुआ, उससे पता चलता है कि देश के नेतृत्व में एक खालीपन आ गया है। देश के लोगों और पार्टी के कार्यकर्ताओं की खातिर मुझे राजनीति में उतरना होगा। जॉय ने कहा अवामी लीग अगले चुनाव में हिस्सा लेगी और उन्हें पूरा यकीन है कि वे चुनाव जीतेंगे।

(लेखक डा. विजय)

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