मध्य प्रदेश में पटवारी रिजल्ट पर विरोध, उच्च स्तरीय जांच की मांग
मध्य प्रदेश , भोपाल में हाल ही में कराई गई व्यापमं पटवारी ग्रुप 2 और ग्रुप 4 की परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए गए हैं, लेकिन इसके परिणाम सामने आते ही पटवारी परीक्षा परिणाम का विरोध किया जा रहा है । वहीं इस मामले को लेकर कांग्रेस ने भी शिवराज सरकार पर जमकर हमला बोला है। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के समाचार सामने आ रहे हैं। कई टॉपर एक ही सेंटर पर परीक्षा देकर सफल हुए बताए जा रहे हैं। एक बार फिर फर्जीवाड़े के तार बीजेपी से जुड़े दिख रहे हैं।
कमलनाथ ने साधा निशाना
मामले पर कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा कि नौकरी देने के नाम पर भर्ती घोटाला करना शिवराज सरकार का चरित्र बन गया है, इनसे तो जांच की मांग करना भी बेकार है क्योंकि हमेशा बड़ी मछलियों को बचा लिया जाता है, कमलनाथ ने कहा कि मेरी मांग है कि कोई स्वतंत्र एजेंसी मामले की जांच करे और उन लाखों बेरोजगारों के साथ न्याय करे।
नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज को लिखा पत्र
इधर नेता प्रतिपक्ष गोविन्द सिंह ने सीएम शिवराज को पत्र लिखकर पटवारी भर्ती परीक्षा की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। गोविंद सिंह ने पत्र मे रिजल्ट को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने पत्र में लिखा कि रिजल्ट देखकर ऐसा लगता है बड़ी गड़बड़ी हुई है। 10 में 7 टॉपर कैसे NRI कॉलेज सेंटर के हो सकते है? हिंदी में साइन करने वालों को 25 में से 25 कैसे आए ? NRI कॉलेज में जिन अभ्यर्थियों का सेंटर आया उनमें 1 हजार स्टूडेंट सिलेक्ट हुए। इसकी जांच की जानी चाहिए।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने किया पलटवार
वहीं पटवारी भर्ती परीक्षा के कांग्रेस के सवाल पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार करते हुए कहा कि चुनाव नजदीक आते ही कांग्रेस ने परीक्षा में गड़बड़ी का मामला उठाना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरीके से कांग्रेस की साजिश है। मध्यप्रदेश में 8000 से अधिक पटवारी परीक्षा में चयनित होकर आए हैं। 13 जिलों में सेंटर बनाए गए 35 दिन परीक्षाएं चली। 70 से अधिक प्रश्न पत्र आए, कांग्रेस की तरफ से लगाए गए गड़बड़ी के सभी आरोप झूठे हैं।