एसडीएम ज्योति मौर्य जैसी कहानी अब छत्तीसगढ़ में, जाने कहाँ का है मामला

छत्तीसगढ़ – एसडीएम ज्योति मौर्य जैसी कहानी अब छत्तीसगढ़ के कोरबा में सामने आई है। एक मजदूर पति ने अपनी पत्नी को मजदूरी मेहनत कर शिक्षिका बनाया, उसने बेवफाई कर दी। आरोप है कि शिक्षिका बनते ही पत्नी ने पति का साथ छोड़ दिया। पत्नी पर उचित कार्रवाई की मांग के लिए पति जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंच गया।

पेशे से मजदूर पति ने अपने पत्नी के खिलाफ बालको थाना ,परिवार परामर्श केंद्र ,जिला न्यायलय सहित विकास खंड शिक्षा अधिकारी के पास लिखित शिकायत किया है। प्रार्थी शांति कुमार कश्यप, निवासी-हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी बालकोनगर तह व जिला कोरबा (छ.ग.) में रहता है । शिकायत में बताया गया है कि उसका विवाह 6 मई 2011 को शिक्षिका पत्नी (वर्तमान में) उम्र 34 वर्ष के साथ हिंदू रीति रिवाज के साथ हुआ। दोनों के दाम्पत्य जीवन में 2 पुत्री का जन्म हुआ। उसने अपनी पत्नी को आगे की पढ़ाई करवाया और शिक्षा कर्मी तृतीय वर्ग में नौकरी भी दौड़ धूप कर अपने परिश्रम से लगवा दिया, लेकिन उसका 2 वर्ष से किसी गैर पुरुष के साथ संबंध है।अपने ससुराल वालों को बताया कि आपकी बेटी गलत रास्ते में जा रही है, तो बल्कि उसके मायके वाले अपनी बेटी को समझाने की बजाय और भड़का एवं बढ़ावा तथा सहयोग दिया गया। पत्नी शिक्षिका पति का अंकसूची, आधार कार्ड, जमीन की रजिस्ट्री पेपर व अन्य दस्तावेज व सोना-चांदी व अन्य सामान को लेकर चली गयी है। वर्तमान में पत्नी शिक्षिका जो कि कोरबा विकासखंड के एक शासकीय प्राथमिक स्कूल में सहायक शिक्षिका के पद पर पदस्थ है। अब उसने जीवित पति के रहते हुए व बिना तलाक हुए गैर पुरुष के साथ तीसरा बच्चा प्राप्त कर लिया है एवं परिवार परामर्श केंद्र में झूठा बयान दिया गया। बालको थाना में झूठा एफआईआर किया गया।

जिला सत्र न्यायालय कोरबा में झूठा बयान दिया एवं अपने पति को झूठा आरोप लगाया गया एवं पूरे परिवार एवं समाज में बदनाम किया गया।SDM ज्योति मौर्या और आलोक मौर्या जैसी यह घटना छत्तीसगढ़ में देखने को मिला है ,देखना यह है कि इस पुरे मामले में जिला न्यायालय किस तरह पहल करती है।

 

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