NEET Result 2024: एक सेंटर से इतने सारे टॉपर आना, यह सिर्फ संयोग नहीं

NEET Result 2024:छात्रों की आंखों में बसा डाक्टर बनने का सपना नीट परीक्षा के परिणामों ने पल भर में तोड़ दिया है। जिससे नीट परीक्षाओं के परिणामों पर लगा गड़बड़ी का आरोप अब आक्रोश में बदल गया है।

NEET Result 2024: नई दिल्ली । छात्रों की आंखों में बसा डाक्टर बनने का सपना नीट परीक्षा के परिणामों ने पल भर में तोड़ दिया है। जिससे नीट परीक्षाओं के परिणामों पर लगा गड़बड़ी का आरोप अब आक्रोश में बदल गया है। छात्रों और उनके परिजनों में ग्रेस मार्किंग कर नंबर बढ़ाने से लेकर हर उस निर्णय के लिए नाराजगी है जिससे छात्रों का परीक्षा परिणाम प्रभावित हुआ है। जिसका असर शहर के 13 परीक्षा केंद्रो पर परीक्षा दे चुके नीट छात्रों और उनके स्वजनों पर भी बड़ी आसानी से देखने मिल रहा है। इस सब से छात्रों का मनोबल तो टूटा ही है साथ ही उन्हें परेशान देखकर उन छात्रों के परिवारी जनों के मन में चिंता बैठी हुई है। छात्रों के स्वजन उनका हौसला बढ़ाने से लेकर उनका मन बहलाने तक का हर संभव प्रयास कर रहे हैं लेकिन फिर भी छात्रों की परेशानी कम होती नहीं दिख रही। लगातार सिस्टम पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं, वहीं यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट में भी दस्तक दे चुका है। इस पर क्या निर्णय होगा वह भी जल्द ही सामने आएगा।

टापर्स के उपनाम नहीं, सीरियल नंबर भी एक जैसे
परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद बहुप्रसारित हुई नीट की परीक्षा के रिजल्ट की पीड़ीएफ इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित हुई थी । जिसमें दावा किया गया कि टापर लिस्ट के सीरियल नंबर एक जैसे हैं । ये हरियाणा के किसी एक परीक्षा केंद्र के अभियार्थियों के नंबर थे । जितने भी सीरियल नंबर एक जैसे थे उनमें सभी छात्रों के सिर्फ नाम थे किसी का भी उपनाम नहीं था। इस सूची में 6 विद्यार्थियों को 720 में से 720 नंबर मिले है। जिसमें परीक्षा केंद्र पर भी उसी तरह की गड़बड़ी के आरोप लगाए जा रहे हैं जैसे ग्वालियर में पटवारी परीक्षा के दौरान एक निजि कालेज से सभी छात्रों के चयनित होने पर लगाए गए थे।

परीक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि नीट की परीक्षा में एक अभ्यर्थी को 719 और एक को 718 अंक मिले हैं जो कि तार्किक रूप से संभव नहीं है। विशेषज्ञ कहते हैं कि हर सवाल चार नंबर का होता है और इसमें निगेटिव मार्किंग भी होती है। इसमें एक सवाल का गलत उत्तर देने पर एक अंक कटता है। अब अगर कोई छात्र सभी सवालों के सही जवाब देता तो उसे 720 में से 720 अंक मिलेंगे वहीं अगर एक सवाल छोड़ देता है तो 716 अंक मिलेंगे और एक सवाल गलत हुआ तो उसे 715 अंक मिलेंगे। यानि किसी भी स्थिति में 718 या 719 अंक नहीं मिल सकते हैं।

इस पर एनटीए का कहना है
इंटरनेट मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट डाल कर एनटीए की ओर से बताया गया कि कई परीक्षार्थियों ने शिकायत की थी कि उन्हें परीक्षा केंद्र में अन्य परीक्षार्थियों की तुलना में कम समय मिला। उनके परीक्षा पत्र की भाषा भी अलग थी। ऐसे विद्यार्थियों ने न्यायालय की शरण ली, जिसके बाद एनटीए ने उच्चतम न्यायालय से 13 जून 2018 को जारी किए गए निर्णय के आधार पर उक्त अभ्यर्थियों को नार्मलाइज्ड या ग्रेस मार्क्स दिए हैं। इसी मार्क्स के कारण ही इन विद्यार्थियों को 720 में से 718 व 719 अंक प्राप्त हुए हैं।

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