Lok Sabha Elections : पीएम नरेंद्र मोदी के बचाव में उतरे संजय निरूपम, कही ये बात

Lok Sabha Elections के आखिरी चरण के मतदान से पूर्व पीएम मोदी मेडिटेशन करने के लिए विवेकानंद रॉक मेमोरियल जा रहे हैं।
नई दिल्लीLok Sabha Elections 2024 के मद्देनजर सातवें और आखिरी चरण का मतदान 1 जून को होने जा रहा है। इस दौरान 8 राज्यों की 57 सीटों के लिए मतदान किया जाएगा। वहीं मतदान से पहले 30 जून की शाम से ही चुनाव प्रचार थम जाएंगे। इस बीच चुनाव प्रचार थमने के साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी विवेकानंद रॉक मेमोरियल के लिए रवाना हो जाएंगे। प्रधानमंत्री यहां 45 घंटे तक ध्यान करेंगे। इस बाबत सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इस खबर के सामने आने के बाद से विपक्षी दलों द्वारा लगातार पीएम मोदी पर बयानबाजी की जा रही है। इस बीच अब संजय निरूपम ने बयान जारी किया है।
कॉंग्रेस यहीं चूक कर जाती है।
प्रधानमंत्री मोदी ध्यान करने जा रहे हैं और कॉंग्रेस उस पर आग बबूला हो रही है।
फ़ौज-ताफा लेकर चुनाव आयोग में शिकायत कर रही है।
यह अव्वल दर्जे की मूर्खता है।
क्या पूजा-ध्यान करना ग़ैरक़ानूनी है।
प्रधानमंत्री क्या, कोई भी व्यक्ति लंबे कैंपेन के बाद कुछ…— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) May 30, 2024
संजय निरूपम ने कांग्रेस को घेरा
संजय निरूपम ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, “कांग्रेस यही चूक कर जाती है। प्रधानमंत्री मोदी ध्यान करने जा रहे हैं और कांग्रेस उस पर आग बबूला हो रही है। फौज-ताफा लेकर चुनाव आयोग में शिकायत कर रही है। यह अव्वल दर्जे की मूर्खता है। क्या पूजा-ध्यान करना गैरकानूनी है। प्रधानमंत्री क्या कोई भी व्यक्ति लंबे कैंपेन के बाद कुछ पल शांति और सुकून से गुजारना चाहेगा। सबका अपना तरीका होता है। कोई मेडिटेशन के जरिए शांति प्राप्त करता है तो कोई वीड लेकर। विवेकानंद रॉक मेमोरियल एक पवित्र हिंदू स्थल है।”
पीएम मोदी के बचाव में संजय निरूपम
उन्होंने लिखा, “वहां जाने पर एतराज करके हिंदू भावनाओं को क्यों आहत करना। धर्म का महत्व नहीं समझने वाले विवेकानंद का महत्व कभी नहीं समझ पाएंगे।” बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी के विवेकानंद मेमोरियल जाने से से वहां पर्यटकों की आवाजाही पर पाबंदी लगा दी गई है। साथ ही 2 दिनों तक बीच पर भी पर्यटकों को जाने नहीं दिया जाएगा और निजी नाव का भी पर्यटक इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। बता दें कि पीएम मोदी की सुरक्षा में 2000 से अधिक पुलिसकर्मी और अलग-अलग एजेंसियां लगी रहेंगी। ऐसा माना जाता है कि स्वामी विवेकानंद को यहीं पर दिव्य दृष्टि प्राप्त हुई थी।