CJI को 600 वकीलों की चिट्ठी पर PM मोदी का बयान, एक्स पर कह दी ये बात

Lawyers Letter to CJI: ह वकीलों के इस पत्र को लेकर आज पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। पीएम मोदी ने कहा कि दूसरों को डराना-धमकाना कांग्रेस की पुरानी संस्कृति है।
Lawyers Letter to CJI: नई दिल्ली। वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे सहित देशभर के 600 वकीलों ने सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ को चिट्ठी लिखकर न्यायालय और जजों का समर्थन किया है। वहीं, उन्होंने न्यायपालिका पर सवाल उठाने को लेकर भी चिंता जाहिर की है। वकीलों ने इस बात पर चिंता जाहिर की है कि देश में एक ‘विशेष ग्रुप’ न्यायपालिका को कमजोर करने की कोशिश कर रही है।
पीएम मोदी ने दी प्रतिक्रिया
वहीं, वकीलों द्वारा सीजेआई को लिखे पत्र पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि दूसरों को डराना और धमकाना कांग्रेस की पुरानी संस्कृति है।
To browbeat and bully others is vintage Congress culture.
5 decades ago itself they had called for a "committed judiciary" – they shamelessly want commitment from others for their selfish interests but desist from any commitment towards the nation.
No wonder 140 crore Indians… https://t.co/dgLjuYONHH
— Narendra Modi (@narendramodi) March 28, 2024
दूसरों को डराना-धमकाना कांग्रेस की पुरानी संस्कृति है। 5 दशक पहले ही कांग्रेस ने प्रतिबद्ध न्यायपालिका का आह्वान किया था। वे अपने स्वार्थों के लिए दूसरों से प्रतिबद्धता चाहते हैं, लेकिन राष्ट्र के प्रति किसी भी प्रतिबद्धता से बचते हैं। कोई आश्चर्य नहीं कि 140 करोड़ भारतीय उन्हें अस्वीकार कर रहे हैं।- पीएम मोदी
600 से अधिक वकीलों ने सीजेआई को लिखा है पत्र
मालूम हो कि हरीश साल्वे समेत 600 से अधिक प्रमुख वकीलों ने चिंता जाहिर की है। वकीलों ने इस बात पर चिंता जाहिर की है कि देश में एक ‘विशेष ग्रुप’ न्यायपालिका को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। इन सभी वकीलों ने सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ को चिट्ठी लिखकर न्यायालय और जजों का समर्थन किया है।
वकीलों ने अपने पत्र में क्या कहा?
सीजेआई को लिखे अपने पत्र में वकीलों कहा कि कानून को बनाए रखने के लिए काम करने वाले लोगों के रूप में, हम सोचते हैं कि यह हमारी अदालतों के लिए खड़े होने का समय है। हमें एक साथ आने और मौजूदा समय में न्यायालय पर किए जा रहे हमलों के खिलाफ बोलने की जरूरत है। वकीलों ने चिंता जाहिर की कि ‘विशेष ग्रुप’ अदालतों की कार्यवाही में बाधा डालने की कोशिश कर रहे हैं।