लाखों के नकली आई ड्रॉप जब्त, जिला खाद्य एवं औषधि विभाग की बड़ी कार्रवाई
नकली रैपर लगाकर 10 रुपये का आई ड्रॉप 200 रुपये में बेचने वाले शकुंतला डिस्ट्रीब्यूटर्स के कृष्णा पाठक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
रायपुर क्राइम न्यूज : शासन-प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर आमजनों यहां तक कि मरीजों की आंखों की रोशनी से खेलने के घृणित कार्य का भंडाफोड़ जिला खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने किया है। ड्रग डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने चंगोराभाठा स्थित शकुंतला डिस्ट्रीब्यूटर्स के कृष्णा पाठक के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने नकली दवाओं का किया पर्दाफाश
जिला खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने आंखों में इंफेक्शन के लिए उपयोग होने वाली नकली आई ड्रॉप बेचने वाले गिरोह का भाड़ाफोड़ किया है। विभाग ने बुधवार को यहां ततसंबंध में रातों-रात कार्रवाई की। दरअसल टीम को शिकायत एवं जानकारी मिली थी कि तेलीबांधा स्थित श्री साई मेडिकल स्टोर्स छत्तीसगढ़ आई हॉस्पिटल से नकली एमएफसी-डी आई ड्रॉप का विक्रय किया जा रहा है। सूचना पर टीम ने दबिश देकर नकली दवाईयों को जब्त किया है। जांच सामने आया है कि आरोपियों द्व्रारा 200 रुपए की एमआरपी वाली एमएफसी- डी आई ड्रॉप का रैपर छपवाकर 10 रुपए में आने वाली एवी माक्स को भरकर बेचा जा रहा है। एक नग में डिस्ट्रीब्यूटर्स 190 रुपए अवैध कमाई कर रहा था। अधिकारियों द्वारा पता किया जा रहा है कि इस दवा की सप्लाई प्रदेश में और अन्य अस्पतालों में हुई है या नहीं। इसमें अन्य लोगों के शामिल होने की संभवना है। जिनके ऊपर भी कार्रवाई होगी।
ड्रग कंट्रोलर रायपुर बसंत कौशिक ने बताया है कि कई मेडिकल स्टोरों से जानकारी मिल रही थी कि एक कंपनी के आई ड्रॉप दो अलग-अलग तरह की पैकिंग में बेची जा रही है। इसकी जांच करने पर बड़े पैमाने पर गोलमाल का खुलासा हुआ है सैपलिंग के बाद आगे कार्रवाई की जा रही है।
चंगोराभाठा स्थित शकुंतला डिस्ट्रीब्यूटर्स से बड़े पैमाने पर नकली दवा जब्त की गई
विभाग द्वारा गठित जांच टीम ने चंगोराभाठा स्थित शकुंतला डिस्ट्रीब्यूटर्स से जब्ती बड़े पैमाने पर की है। जहां मौके पर भारी मात्रा में प्रिंट मटेरियल जब्त किया गया। शकुंतला डिस्ट्रीब्यूटर्स के संचालक के द्वारा पंडरी स्थित एआर प्रिंटर्स से नकली प्रिंट मटेरियल छपवाया जाता था। और अन्य कंपनी के आई ड्रॉप्स में चिपका कर विक्रय किया जाता था। मामले में शकुंतला डिस्ट्रीब्यूटर्स के संचालक द्वारा हिमाचल प्रदेश में निर्मित औषधि एवी माक्स डी. औषधि के लेबल को हटाकर एमएफसी -डी आई ड्रॉप का नकली प्रिंट मटेरियल खुद ही चिपकाकर औषधि एवी माक्स डी में लगाकर विक्रय किया जा रहा था। ड्रग डिपार्टमेंट एवं चिकित्सकों का कहना है कि इन दवाओं को बच्चों से बूढों तक सब इस्तेमाल करते हैं- लगातार इस्तेमाल से आंखों की रोशनी जाने का खतरा है। कार्रवाई के दौरान करीब 2 लाख की दवा जब्त की गई है। जांच टीम में इंस्पेक्टर डॉक्टर परमानंद वर्मा, नीरज साहू, लक्ष्मी कौशिक, डॉक्टर सुरेश साहू, डॉक्टर टेकचंद धीरहे, सतीश सोनी, राजेश सोनी शामिल थे।