योगी आदित्यनाथ ने दिया बयान कहा- 2014 से पहले कोरोना आता हो नहीं बचती हम सबकी जान

महामानव थे बाबा साहब, उनके आदर्शों से लें प्रेरणा, विभाजनकारी ताकतों से रहें सावधान : योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर परिनिर्वाण दिवस पर बाबा साहब को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने आधुनिक भारत के निर्माण में डॉ आंबेडकर के योगदान को याद किया। सीएम योगी ने सबसे पहले हजरतगंज स्थित अटल चौक पर बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके उपरांत मुख्यमंत्री विधानसभा मार्ग स्थित डॉ. आंबेडकर महासभा परिसर पहुंचे।
इस दौरान अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर महामानव थे, जिनके सपनों को साकार करने का कार्य डबल इंजन की सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि आज कुछ लोग समाज को बांटकर देश को कमजोर करने का कार्य कर रहे हैं। हमें ऐसे लोगों से सावधान रहना होगा।
2014 से पहले कोरोना आता हो नहीं बचती हम सबकी जान : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथमुख्यमंत्री ने डॉ भीमराव आंबेडकर के विचारों पर बोलते हुए कहा कि बाबा साहब ने कहा था कि हम सबसे सबसे पहले और सबसे अंत में भारतीय है। आज कुछ लोग भारत को कोसते हैं और भारतीयता का अपमान करते हैं। जातीयता के नाम पर समाज में खाई उत्पन्न करने का काम करते हैं। ऐसे लोग सच मायने में बाबा साहब का अपमान करते हैं। बाबा साहब को भी लालच देने का काम हुआ था, मगर बिना झुके और बिना डिगे वे भारत और भारतीयता के लिए काम करते रहे। दुनिया में कहीं भी दबे कुचले समाज को बुलंद करने की बात आती है तो लोगों के दिमाग में बाबा साहब आंबेडकर का नाम आता है।
2014 से पहले कोरोना आता हो नहीं बचती हम सबकी जान : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथउन्होंने कहा कि बाबा साहब के सपनों को साकार करने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार अनेक कार्य कर रही है। बाबा साहेब के पंच तीर्थों की स्थापना का कार्य प्रधानमंत्री मोदी ने किया। हमने जाति नहीं बल्कि उसकी आवश्यकताओं के आधार पर कार्य किया। 2014 के पहले आवास एक सपना होता था। आज देश के 4 करोड़ लोगों के पास अपना पक्का आवास है। लक्ष्य है कि जो बचे हैं उन्हें भी उपलब्ध कराएंगे। गांव हो या शहर हर दलित, वंचित और गरीब को आवास उपलब्ध कराएंगे। हर घर शौचालय अभियान मैला ढोने की कुप्रथा का उपचार बना। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्भाग्य से कोरोना अगर 2014 से पहले आता तो क्या हम बच पाते, क्योंकि तब की सरकार के पास कोई दृष्टि नहीं थी।