रविवि पूरक परीक्षा 2023 : 10 वर्ष के लिए डिबाट, 3 वर्ष निलंबित करें मानसिक क्षतिपूर्ति वसूला जाए

रविवि पूरक परीक्षा 2023 :

रविवि पूरक परीक्षा 2023 :

रविवि पूरक परीक्षा 2023 : शिक्षिका ने खुद नहीं विद्यार्थियों से उत्तर पुस्तिका जंचवाई

रविवि पूरक परीक्षा 2023 :रायपुर पिछले माह खुलासा हुआ था कि पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से संबंध्द रविवि पूरक परीक्षा 2023 एक महाविद्यालय की महिला सहायक प्राध्यापिका ने, अंग्रेजी विषय की उत्तर पुस्तिका खुद जांचने की जगह अपने विद्यार्थियों से जंचवाई थी। जिसे दोबारा जंचवाने पर दो तिहाई विद्यार्थी पास हो गए हैं।

मामले का खुलासा तब हुआ था जब कला, वाणिज्य, एवं विज्ञान विषय के स्नातक अंतिम वर्ष में कुछ परीक्षार्थी सितंबर माह में रविवि पहुंचे थे। जिन्होंने विश्वविद्यालय प्रबंधन- प्रशासन को शिकायत की थी। उन्होंने पेपर अच्छा बनाया था पर सभी फेल कर दिए गए हैं। शून्य, दो- चार या 5-10 15 नंबर थमा दिया गया हैं। बड़ी संख्या में शिकायत मिलने पर विश्वविद्यालय परीक्षा एवं गोपनीय विभाग के अधिकारी गंभीर हुए। प्रबंधन-प्रशासन ने तब, संबंधित परीक्षार्थियों के केंद्रों की उत्तर पुस्तिकाओं का कुछ बंडल निकलवाया और रेंडम सिस्टम से कुछ कापियां तीन अलग-अलग विशेषज्ञों से जांचवाई तो चौंकाने वाली नतीजे सामने आए थे। तब भौचक्के रह गए अधिकारियों ने सारी उत्तर पुस्तिकाएं अन्य तीन-तीन सहा प्राध्यापकों से जंचवाई। तो दो तिहाई से अधिक परीक्षार्थी बीए, बीएससी, बी काम अंतिम वर्ष की कक्षा में उत्तीर्ण हो गए। जिसके बाद तथाकथित उत्तर पुस्तिकाओं विद्यार्थियों से जंचवाने वाली कथित महिला सहा. प्राध्यापिका को तीन वर्ष के लिए परीक्षा कार्य, कापी जांचने से डिबाट कर दिया है।

बताया जा रहा है कि दोबारा कापी जांचने से बहुत से विद्यार्थी फेल से पूरक, पूरक से पास (उत्तीर्ण ) हो गए हैं। जिसका खुलासा भी विश्वविद्यालय ने नहीं करते हुए संबंधित प्रभावित विद्यार्थियों को जानकारी नहीं दी चर्चा है कि विश्वविद्यालय की पूरक परीक्षा में फॉर्म भर चुके परीक्षार्थियों को उत्तीर्ण होने की खबर विश्वविद्यालय प्रबंधन ने नहीं दी। जब पूरक परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र, अन्य जानकारी लेने विद्यार्थियों ने रवि विश्वविद्यालय परीक्षा का पोर्टल खोला तो पाया कि वे तो पास है। अब विश्वविद्यालय पूरक परीक्षा हेतु जमा शुल्क वापस करेगा। और नई अंक सूची संबंधित केंद्र भेजेगा।

उधर डिबाट हुई महिला सहायक प्राध्यापिका के नाम का खुलासा नहीं किया गया है। ना ही निलंबित। रविवि को उस पर काफी जांचने एवं परीक्षा कार्य करने पर 10 वर्ष का प्रतिबंध लगा देना चाहिए। साथ ही शासन को उसे निलंबित करके दो-तीन लाख की मानसिक क्षतिपूर्ति वसूले संबंधित विद्यार्थीयों, रविवि को बराबर बांट देना चाहिए। संबंधित परीक्षा केंद्र को 3 वर्ष बंद कर अन्यत्र अटैच करें।

(लेखक डॉ, विजय )

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