सौम्य, सरल, गंभीर व्यक्तित्व की सिंहदेव, कांग्रेस के सच्चे सिपाही

रायपुर। प्रदेश के पहले उप मुख्यमंत्री टी. एस. सिंहदेव को राष्ट्रीय कांग्रेस कोर कमेटी में शामिल किया गया है। वे राज्य के पहले कांग्रेसी हैं जिन्हें इस अहम कमेटी में स्थान दिया गया है। कांग्रेस आलाकमान के इस निर्णय की सराहना हो रही है।
स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंहदेव को 2 माह पूर्व ही उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। वे पार्टी के कदावर नेता के तौर पर जाने-जाते हैं। सौम्य, सरल, मिलनसार, गंभीर व्यक्तित्व के धनी सिंहदेव बाबा के नाम से भी मशहूर हैं। उनकी शालीनता, स्वच्छ चरित्र, विशिष्ट कार्य शैली, सिद्धांत की प्रशंसा, सम्मान दूसरे दलों के नेता भी करते हैं।
इस बार भी वे अंबिकापुर से चुनाव लड़ेंगे ये तय है। उनका जीतना भी सुनिश्चित है। चुनाव में वे स्टार प्रचारक के तौर पर देखे-गिने जाते हैं। राजघराने से सीधा ताल्लुक रखने वाले बाबा के बारे में कहा जाता है कि अगर उन्हें किसी शासकीय व्यवस्था में धान की कमी नजर आती है, जरूरी योजनाओं में कुछ वित्तीय कमी झलकती है तो वे अपने स्वयं के जेब से यथासंभव पूर्ति करते हैं। जिसका प्रचार-प्रसार कतई पसंद नहीं करते। किसी विषय विशेष या मुददे पर अपनी बात विचार स्पष्ट व्यक्त करते हैं। गोलमोल जवाब नहीं देते।
प्रदेश में वरिष्ठ नेताओं में शुमारी रखने वाले टी. एस. सिंहदेव कई बार दूसरे राज्यों के चुनाव में वहां प्रभारी रहे हैं। अंबिकापुर, सरगुजा जिले (इलाके) में लोग अब भी उन्हें राजा साहब कहकर अपना जबरदस्त समर्थन जताते रहे हैं।
राष्ट्रीय कांग्रेस कोर कमेटी में चुने जाने वाले राज्य के पहले कांग्रेसी हैं। यही कमेटी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए प्रत्याशी तय करेगी। कमेटी में चुना जाना बहुत मायने रखता है। देश में कई राज घरानों से उनकी रिश्तेदारी हैं।
हाल के कुछ वर्षों में उन्होंने कतिपय स्थितियों में 2 टूक कहा था- वे शुरू से कांग्रेसी हैं। और अंत तक बने रहेंगे। आजादी के पूर्व से ही उनका परिवार, खानदान कांग्रेसी रहा है। उनकी स्पष्टवादिता सिद्धांत उन्हें दीगर कांग्रेसियों से अलग करती है। कांग्रेसी राजनीति गलियारों में चर्चा है कि कोर कमेटी में बाबा को शामिल कर कांग्रेस कमेटी का वजन बढ़ गया है। राज्य के अंदर तमाम राजघरानों में वे अपनी पकड़ कायम रखे हुए हैं। पिछले बार कांग्रेस चुनाव घोषणा पत्र तैयार करने में उनकी बड़ी भूमिका थी।
(लेखक डॉ. विजय)