यूथ लीग ने लगाया हिंदू विरोधी नारे, 300 से अधिक लोगों पर मामला दर्ज

उत्तरी केरल: जिले में बुधवार को एक मार्च के दौरान कथित रूप से उत्तेजक नारे लगाने के आरोप में 300 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि 300 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिनमें से ज्यादातर इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) की युवा शाखा के सदस्य हैं। इनपर उत्तरी केरल जिले में एक मार्च के दौरान कथित रूप से उत्तेजक नारे लगाने का आरोप है।
पुलिस ने बताया कि मणिपुर में हिंसा पीड़ितों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए मंगलवार को कान्हांगड (Kanhangad) के पास यूथ लीग द्वारा आयोजित एक मार्च के दौरान ये नारे लगाए गए थे। होसदुर्ग पुलिस स्टेशन में भाजपा कान्हांगड मंडलम अध्यक्ष की शिकायत के आधार पर यूथ लीग मार्च में भाग लेने वाले 300 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। उन लोगों पर आईपीसी की धारा 153ए के तहत मामला दर्ज किया गया है, जो धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और सद्भाव बनाए रखने के लिए प्रतिकूल कार्य करने से संबंधित है। अधिकारी ने बताया कि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
इस बीच, आईयूएमएल यूथ लीग के प्रदेश महासचिव पीके फिरोज ने कहा कि भड़काऊ नारा लगाने वाले कार्यकर्ता को संगठन से निष्कासित कर दिया गया है। एक बयान में फिरोज ने कहा कि कान्हांगड नगर पालिका से अब्दुल सलाम को यूथ लीग से निष्कासित कर दिया गया क्योंकि उन्होंने नारे लगाए थे वह पार्टी की विचारधारा के खिलाफ थे। उन्होंने यह भी कहा कि कार्यकर्ता ने मार्च के दौरान कार्यकर्ताओं को लगाने के लिए दिए गए मुद्रित संस्करण से हटकर नारे लगाए।
भाजपा नेता अमित मालवीय ने लगाए ये आरोप
भाजपा के राष्ट्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी प्रभारी अमित मालवीय ने ट्वीट कर आरोप लगाते हुए कहा कि “कांग्रेस की सहयोगी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग की युवा शाखा ने केरल के कासरगोड में एक रैली की और हिंदू विरोधी नारे लगाए। उन्हें (हिंदुओं को) मंदिरों के सामने फांसी देने और जिंदा जलाने की धमकी दी… अगर पिनाराई सरकार उनका समर्थन नहीं कर रही होती तो वे इस हद तक जाने की हिम्मत नहीं कर पाते।” उन्होंने पूछा, “क्या केरल में हिंदू और ईसाई अब सुरक्षित हैं?”