रायपुर स्मार्ट सिटी उपाध्याय-मूणत से संपर्क कर समाधान ढूंढे
यूथ हब चौपाटी – खेल अधिकारियों शिक्षाविदों की सलाह
रायपुर। राजधानी के एजुकेशन हब इलाके में रायपुर स्मार्ट सिटी ने 17 करोड रुपए की लागत से यूथ हब चौपाटी बनाई है। जिसमें खान-पान के नाम पर 60 फुड स्टॉल हैं। पर इसके संचालक हेतु एजेंसी नहीं मिल पा रही है। कुछ स्पोर्ट ऑफिसर्स एवं शिक्षाविदों ने ततसंदर्भ में रायपुर स्मार्ट सिटी को विधायक विकास उपाध्याय एवं पूर्व मंत्री राजेश मूणत के पास जाने की सलाह दी हैं।
जी ई रोड पर साइंस कॉलेज ग्राउंड के मुहाने एवं दीनदयाल उपाध्याय ऑटोटोरियम से रविवि गेट तक बने चौपाटी को तकरीबन माह भर हो गया हैं। रायपुर स्मार्ट सिटी ने इसके संचालन वास्ते 2 बार टेंडर निकला।
पहली बार फिर दूसरी बार में 2 एजेंसी सामने आई। परंतु दोनों मर्तबे टेंडर रद्द कर दिया गया। अब तीसरे बार फिर टेंडर जारी किया गया है। जून से अब तक करीब ढाई माह में तीन बार टेण्डर।
एजेंसी स्टॉल किराए पर दे संचालन करेगी। 3 वर्ष के लिए दिया जाना हैं। इसके रखरखाव, बिजली-पानी का खर्च एजेंसी को वहन करना होगा। किराया व खुद निर्धारित कर सकेगी।
गौरतलब है कि विधायक- संसदीय मंत्री विकास उपाध्याय ने चौपाटी का खुलकर समर्थन किया था। जबकि पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने जोरदार विरोध किया था। मामला कोर्ट बिलासपुर हाई कोर्ट, नई दिल्ली तक गया था। मूणत ने लंबा धरना-प्रदर्शन अनशन भी किया था। उनके साथ (मूणत) खेल प्रशिक्षक, खेल अधिकारी एवं विद्यार्थी भी नैतिक तौर पर जुड़े थे। बहरहाल टेण्डर पर टेण्डर एवं एजेंसी निर्धारित न हो पाने को लेकर स्पोर्ट ऑफिसर्स, शिक्षाविदों की टिप्पणी है कि रायपुर स्मार्ट सिटी के अधिकारियों,कर्त्ता-धर्त्ताओं को अब विधायक उपाध्याय या पूर्व मंत्री मूणत के पास जाना चाहिए। और समाधान निकालना चाहिए। गौरतलब हो कि सेंट्रल लाइब्रेरी के पीछे साइड एक ओर चौपाटी बनाई जा रही हैं।