Sun. Oct 19th, 2025

Yogini Ekadashi 2024: योगिनी एकादशी पर जानिए व्रत कथा विधि, श्री हरि करेंगे हर मनोकामना पूरी

Yogini Ekadashi 2024:

Yogini Ekadashi 2024: भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष पूजा करने से व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है और उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। सनातन धर्म में एकादशी तिथि को बहुत ही शुभ माना गया है।

Yogini Ekadashi 2024 रायपुर।  हर महीने में 2 बार एकादशी व्रत किया जाता है। एक कृष्ण और दूसरा शुक्ल पक्ष में। धार्मिक मान्यता है कि एकादशी तिथि पर जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विशेष पूजा करने से जातक को शुभ फल की प्राप्ति होती है, साथ ही सभी मनोकामना पूरी होती हैं। सनातन धर्म में एकादशी तिथि को बेहद शुभ माना गया है।

आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन योगिनी एकादशी मनाई जाती है। योगिनी एकादशी वर्ष 2024 में 02 जुलाई को है। योगिनी एकादशी पर वैष्णव सम्प्रदाय के लोग व्रत रखते हैं और विधि-विधान से लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करते हैं। इसके अलावा शुभ कार्यों में सफलता पाने के लिए विशेष उपाय भी किए जाते हैं। भगवान विष्णु की कृपा से साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

योगिनी एकादशी पर बन रहे हैं चार शुभ योग धार्मिक मान्यता के अनुसार, सच्चे मन से एकादशी का व्रत करने से जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती है, इसलिए कहा जाता है कि लोगों को यह व्रत जरूर रखना चाहिए।

योगिनी एकादशी शुभ मुहूर्त

योगिनी एकादशी तिथि उदया तिथि के अनुसार एकादशी व्रत 2 जुलाई को ही रखा जाएगा। पूजा का शुभ समय 2 जुलाई को शाम 5.11 बजे से 8.43 बजे तक है। वहीं व्रत का पारणा 3 जुलाई को सुबह 5 बजकर 28 मिनट से 7 बजकर 10 मिनट तक किया जा सकता हैं।

योगिनी एकादशी पूजा विधि

योगिनी एकादशी के दिन विष्णु जी की पूजा का विधान है। साथ ही पीपल के वृक्ष की पूजा भी करनी चाहिए।
इस दिन प्रातः काल उठकर स्नान करना चाहिए। इसके बाद पीले रंग के वस्त्र धारण करना अधिक शुभ होता है।
फिर भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें।
इसके बाद उनकी विधि अनुसार पूजा करे और योगिनी एकादशी व्रत की कथा पढ़ें। बाद में विष्णु जी की आरती करें।
इस दिन आप जरूरतमंद लोगों को भोजन व दान दक्षिणा भी दे सकती हैं, इससे भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं।

मां लक्ष्मी होंगी प्रसन्न

साल में 24 एकादशी व्रत रखे जाते हैं। ये सभी भगवान विष्णु को समर्पित हैं। इस दिन उनकी पूजा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। ऐसे में कुछ लोग निर्जला व्रत भी रखते हैं, जो काफी कठिन होता है। इस दिन को लेकर मान्यता है कि जो भी व्यक्ति एकादशी का व्रत रखता है, उस पर भगवान विष्णु के साथ-साथ माता लक्ष्मी की भी कृपा होती है। ऐसे में आषाढ़ माह में पड़ने वाली योगिनी एकादशी का महत्व और भी बढ़ जाता है।

योगिनी एकादशी व्रत के नियम

योगिनी एकादशी व्रत के दिन अन्न का सेवन नहीं करना चाहिए। जो लोग एकादशी व्रत नहीं रखते हैं उन्हें चावल भी नहीं खाना चाहिए। इस दिन बाल, नाखून और दाढ़ी कटवाना न भूलें। योगिनी एकादशी के दिन ब्राह्मणों को कुछ न कुछ अवश्य दान करना चाहिए। एकादशी व्रत खोलने के बाद अन्न दान करना शुभ माना जाता है।

 

About The Author