लोकसभा में PM मोदी ने कहा- पूरे विश्व ने महाकुंभ के रूप में भारत के विराट स्वरूप के दर्शन किए

पीएम मोदी ने लोकसभा में महाकुंभ से अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि महाकुंभ की सफलता में लोगों ने अपना योगदान दिया है। मैं सभी को कोटि-कोटि बधाई देता हूं।
नई दिल्ली: पीएम मोदी ने लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान कहा, ‘मैं प्रयागराज में हुए महाकुंभ पर वक्तव्य देने के लिए उपस्थित हुआ हूं। आज मैं सदन के माध्यम से देशवासियों को कोटि-कोटि नमन करता हूं जिनकी वजह से महाकुंभ का सफल आयोजन हुआ। महाकुंभ की सफलता में अनेक लोगों का योगदान है। मैं सरकार, समाज के सभी कर्मयोगियों का अभिनंदन करता हूं। मैं देश भर के श्रद्धालुओं, उत्तर प्रदेश व विशेष रूप से प्रयागराज की जनता का धन्यवाद करता हूं।’
पीएम मोदी ने कहा, ‘पूरे विश्व ने महाकुंभ के रूप में भारत के विराट स्वरूप के दर्शन किए। सबका प्रयास का यही साक्षात स्वरूप है। यह जनता जनार्दन का, जनता जनार्दन के संकल्पों के लिए, जनता जनार्दन की श्रद्धा से प्रेरित महाकुंभ था। महाकुंभ में हमने हमारी राष्ट्रीय चेतना के जागरण के विराट दर्शन किए।’
इस वर्ष महाकुंभ ने हमारी सोच को और मजबूत किया: पीएम
पीएम मोदी ने कहा, ‘पिछले वर्ष अयोध्या के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह ने हम सभी को यह अहसास कराया कि देश अगले 1000 वर्षों के लिए कैसे तैयार हो रहा है। इस वर्ष महाकुंभ ने हमारी सोच को और मजबूत किया है, तथा देश की सामूहिक चेतना हमें देश के सामर्थ्य के बारे में बताती है।’
पीएम ने कहा कि हम सब जानते हैं, गंगा जी को धरती पर लाने के लिए एक भगीरथ प्रयास लगा था, वैसा ही महाप्रयास इस महाकुंभ के भव्य आयोजन में भी हमने देखा है। मैंने लाल किले से सबका प्रयास के महत्व पर जोर दिया था। पूरे विश्व ने महाकुंभ के रूप में भारत के विराट स्वरूप के दर्शन किए। सबका प्रयास का यही साक्षात स्वरूप है।
पीएम ने कहा कि पिछले हफ्ते मैं मॉरीशस में था और मैं महाकुंभ के दौरान त्रिवेणी संगम से पवित्र जल लाया था। जब इसे मॉरीशस के गंगा तालाब में मिलाया गया तो यह नज़ारा देखने लायक था। इससे पता चला कि हमारी संस्कृति का जश्न मनाया जा रहा है।