Hit And Run Law : छत्तीसगढ़ में थमें बस-ट्रकों के पहिये, नए कानून का जता रहे विरोध
Hit And Run law Protest के विरोध में मालवाहक और यात्री वाहन चालकों की तीन दिनी राष्ट्रव्यापी हड़ताल का छत्तीसगढ़ में मिला-जुला असर रहा। हड़ताल को बस और ट्रक यूनियन का समर्थन नहीं मिला है, पर चालक हड़ताल में शामिल हुए।
Hit And Run law Protest: रायपुर। हिट एंड रन कानून के विरोध में मालवाहक और यात्री वाहन चालकों की तीन दिनी राष्ट्रव्यापी हड़ताल का प्रदेश में मिला-जुला असर रहा। हड़ताल को बस और ट्रक यूनियन का समर्थन नहीं मिला है, पर चालक हड़ताल में शामिल हुए। छत्तीसगढ़ बस यूनियन के मुताबिक 70% बसों के पहिए थमे रहे। अंतरराज्यीय और अंतरजिला बस सेवा प्रभावित रही।
रायपुर, दुर्ग, सरगुजा, बिलासपुर, बस्तर में हड़ताल से बस स्टैंडों में सुबह से यात्री परेशान दिखे। वहीं ट्रकों पर ज्यादा असर नहीं पड़ा। खाद्य नागिरक आपूिर्त एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव ने सभी कलेक्टरों को पेट्रोल-डीजल की आपूिर्त सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। छत्तीसगढ़ चैंबर आफ कामर्स के अध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि हड़ताल से आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई प्रभावित नहीं हुई है।
सुरक्षा में गई पेट्रोल-डीजल की गाड़ियां
छत्तीसगढ़ पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अखिल धगट ने बताया कि हड़ताल के पहले दिन शासन-प्रशासन के सहयोग से पुलिस की मौजूदगी में डिपो से गाड़ियां रवाना की गई। मंदिर हसौद स्थित डिपो से पेट्रोलियम गाड़ियों की आवाजाही जारी है।