Weather Update: छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में अगले 48 घंटे तक होगी झमाझम बारिश

Weather Update: छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में अगले 48 घंटे तक होगी झमाझम बारिश
CG Weather Update: मौसम विभाग ने एक बार फिर शुक्रवार से अगले दो दिनों तक प्रदेश में मेघ गर्जन के साथ बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने कहा है कि, मौसम तंत्र में लगातार बदलाव हो रहे हैं जिससे द्रोणिका रेखा में परिवर्तन हो रहा है। इधर, गुरुवार को दुर्ग जिले में बारिश नहीं हुई जिससे उमस का ग्राफ 89 फीसदी पहुंच गया। घरों के भीतर उमस से जबरदस्त बेचैनी बढ़ाई। आउटर में भी राहत नहीं मिली।
दिन में निकली तेज धूप के बाद अधिकतम तापमान सामान्य पर स्थिर रहा, लेकिन पारा 31.6 डिग्री सेल्सिसय रिकॉर्ड किया गया। न्यूनतम तापमान भी 23.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। इस दिन पहले बुधवार की रात में दुर्ग जिले में 1.6 मिमी. बारिश दर्ज की गई थी, जिसमें आग में घी का काम किया। रात में हल्की बारिश के बाद भीगी जमीन पर जैसे ही अगली सुबह तपते सूरज की किरणे पड़ी, वैसे ही उमस का ग्राफ और बढ़ गया।
CG Weather Update: अभी कैसा है मौसम तंत्र
एक चिन्हित निन दाब का क्षेत्र पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित है। इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण के साथ उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए अगले 12 घंटे में और अधिक प्रबल होकर अवदाब के रूप में इसी स्थान पर बनने की संभावना है। इसके उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए और अधिक प्रबल होकर गहरा अवदाब के रूप में परिवर्तित होने की संभावना है। इसके प्रभाव से कई हिस्सों में बारिश हो सकती है।
- भारी वर्षा का क्षेत्र मुख्यत: दक्षिण छत्तीसगढ़ रहने की सभावना है, लेकिन रायपुर और दुर्ग संभाग में भी इसके प्रभाव से बारिश हो सकती है।
- 3 और 4 अक्टूबर को प्रदेश अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने के साथ गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की सभावना है।
- 3 अक्टूबर को दक्षिण छत्तीसगढ़ के जिलों में कुछ स्थानों पर भारी और एक-दो स्थानों पर अति भारी वर्षा होने की सभावना है।
- 4 अक्टूबर को प्रदेश के मध्य भाग में एक दो स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।
- 3 अक्टूबर को प्रबल हवा गति के कारण दक्षिण छत्तीसगढ़ के जिलों में खड़ी फसलों को कुछ नुकसान हो सकता है।
मौसम तंत्र में लगातार बदलाव हो रहे हैं। दो दिनों में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में अच्छी बारिश हो सकती है। मानसून गुजर चुका है। यह पोस्ट मानसून की बारिश है।