मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, उपद्रवियों ने की कमांडो की हत्या

उपद्रवियों ने आज सुबह से ही पुलिस और सुरक्षा में लगे अन्य सुरक्षाकर्मियों पर बम फेंकना शुरू कर दिया। यह घटना मोरेह की है। मोरेह भारत और म्यांमार के बॉर्डर के पास बसा सबसे अहम शहर है।
नई दिल्ली: मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क उठी है। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार ताजा हिंसा में उपद्रवियों ने सुरक्षा में तैनात एक कमांडों की हत्या कर दी है। सूत्रों के अनुसार ताजा घटना इंफाल से 110 किलोमीटर दूर सीमावर्ती शहर मोरेह में हुई है। जहां बदमाशों के हमले में मणिपुर पुलिस के एक कमांडो की मौत हो गई। सूत्रों के अनुसार स्थानीय पुलिस और उपद्रवियों के बीच सुबह से ही गोलीबारी जारी है। मिल रही जानकारी के अनुसार उपद्रवियों ने आज सुबह से ही पुलिस और सुरक्षा में लगे अन्य सुरक्षाकर्मियों पर बम फेंकना शुरू कर दिया। यह घटना मोरेह की है। मोरेह भारत और म्यांमार के बॉर्डर के पास बसा सबसे अहम शहर है।
कमांडो सोमोरजीत इंफाल पश्चिम जिले के रहने वाले थे
पुलिस ने इस घटना को लेकर एक बयान जारी किया है। इस बयान में कहा गया है कि उपद्रवियों ने आरपीजी शेल्स दागे हैं। इस घटना में कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है। मरने वाले कमांडो की पहचान वांगखेम सोमोरजीत के रूप में हुई, जो मोरेह में राज्य पुलिस कमांडो से जुड़ा आईआरबी कर्मी था। सोमोरजीत इंफाल पश्चिम जिले के मालोम के रहने वाले थे।
मणिपुर सरकार ने 16 जनवरी को लगाया था पूर्ण कर्फ्यू
ताजा हिंसा पुलिस द्वारा एक पुलिस अधिकारी की हत्या में शामिल होने के आरोप में दो आदिवासियों को गिरफ्तार करने के बाद कुकी समूहों के बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के बीच हुई है। इस झड़प के एक वीडियो में हथियारबंद बदमाशों को मोरेह में एक सुरक्षा ट्रक को पीछे धकेलते हुए देखा जा सकता है। इससे पहले, “टेंगनौपाल के राजस्व क्षेत्राधिकार के भीतर शांति भंग होने, सार्वजनिक शांति में गड़बड़ी और मानव जीवन और संपत्ति के लिए गंभीर खतरे की संभावना” के इनपुट के बाद, मणिपुर सरकार ने 16 जनवरी की सुबह 12 बजे से पूर्ण कर्फ्यू लगा दिया था।
बता दें कि पुलिस ने पिछले साल अक्टूबर में एसडीपीओ सीएच आनंद की हत्या के दो मुख्य संदिग्धों फिलिप खोंगसाई और हेमोखोलाल मटे को गिरफ्तार किया था। दोनों ने सुरक्षाकर्मियों के वाहनों पर गोलीबारी की थी जिसके बाद पुलिस ने उनका पीछा किया और उन्हें पकड़ लिया। कुकी इनपी तेंगनौपाल सहित मोरेह स्थित नागरिक निकायों ने गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की थी।