13 फर्जी फर्मों के नेटवर्क का पर्दाफाश, एक आरोपी गिरफ्तार

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Chhattisgarh News: फर्जी फार्मे बनाने के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, फोटो लेकर बैंक खाता खुलवाया जाता था और बदले में हर माह 10 हजार रुपए दिए जाते थे।
Chhattisgarh News रायपुर। फेक इनवाइस सेल,सीजीएसटी मुख्यालय ने रायपुर के अधिकारियों ने विशेष खुफिया जानकारी पर तलाशी अभियान चला कर 13 फर्जी फार्मो के नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। इन फार्मो द्वारा वस्तु और सेवाओं की आपूर्ति किए बिना केवल फर्जी चालान बनाए जा रहे थे।
आई डी लेकर हर माह देते थे दस हजार
सीजीएसटी रायपुर के आयुक्त मोहम्मद अबु सामा के निर्देशन में अभियान चलाया गया। फर्जी फार्मे बनाने के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, फोटो लेकर बैंक खाता खुलवाया जाता था और बदले में हर माह 10 हजार रुपए दिए जाते थे। सभी फर्जी फर्मो के जीएसटी रिटर्न एक ही आईपी एड्रेस से दाखिल किए जा रहे थे।
अभियान अंतर्गत तथ्य सामने आया कि अवंती विहार निवासी हेमंत कसेरा इन फर्जी फर्मो को बनाने और चलाने में मास्टरमाइंड है। कड़ाई से पूछताछ में यह बात सामने आई उसने फरवरी 2024 तक 62 करोड़ 73 लख रुपए की राशि का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट प्राप्त किया। उसने आगे टैक्स पेयर्स को 51करोड़ 42 लाख के फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट पास ऑन किए है। ज्यादातर बिल सीमेंट और स्टील के ट्रेडिंग से बनाए गए हैं। एक फर्जी फर्म से तीन-चार माह तक ही फर्जी बिल जारी किए जाते थे।
अब तक 15 लोग किए गए गिरफ्तार
केंद्रीय जीएसटी टीम द्वारा सीजीएसडी अधिनियम 2017 की धारा 69 (1) के तहत आरोपी हेमंत कसेरा को गिरफ्तार कर सीजीएम कोर्ट में पेश किया गया। बताया जा रहा है कि अब तक इस अभियान में 15 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। सीजीएसटी रायपुर ने कर चोरी के खिलाफ और विशेष रूप से फर्जी बिलिंग के कारोबार में शामिल करदाताओं के खिलाफ सख्त प्रवर्तन कार्रवाई की है। जीएसटी लागू होने के बाद से अब तक सीजीएमटी रायपुर आयुक्त कार्यालय द्वारा गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की संख्या 15 हो गई है। उधर कोर्ट हेमंत कसेरा की गिरफ्तारी उसे न्यायिक हिरासत मंजूर कर ली हैं।