UGC-NET June 2024 की परीक्षा रद्द, पेपर में गड़बड़ी की शिकायत के बाद सरकार का फैसला

UGC-NET June 2024: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने यूजीसी-नेट जून 2024 की परीक्षा को रद्द कर दिया है।
नई दिल्ली। UGC-NET June 2024 Exam Cancelled: केंद्र सरकार ने मंगलवार (18 जून) को हुए यूजीसी नेट 2024 पेपर को रद्द कर दिया है। यह एग्जाम नेशनल टेस्टिंग एजेंसी कराता है। सरकार ने परीक्षा में गड़बड़ी के चलते मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंप दी है। यूजीसी नेट परीक्षा देशभर के विश्वविद्यालयों में पीएचडी, जूनियर रिचर्स फेलोशिप और असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए होता है।
पेन-पेपर मोड में हुई थी परीक्षा
18 जून को परीक्षा पेन-पेपर मोड में हुई थी। इस बार यूजीसी नेट के लिए 83 विषयों का एग्जाम दो शिफ्टों में आयोजित किया गया। पहली शिफ्ट सुबह 9.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक थी। दूसरी शिफ्ट दोपहर तीन बजे से शाम छह बजे तक थी।
पहले यूजीसी-नेट की परीक्षा ऑनलाइन होती थी। ये बदलाव सभी सब्जेक्ट्स और सेंटर्स पर एग्जाम एक ही दिन में आयोजित करने के लिए किया गया। साथ ही दूर-दराज के परीक्षा केंद्रों में एग्जाम आयोजित हो सके।
आरोपों में घिरी NTA
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) नीट यूजी 2024 परीक्षा को लेकर विवादों से घिरी है। इस मामले में सर्वोच्च न्यायालय ने एनटीए को दो सप्ताह का नोटिस जारी किया। इसकी सुनवाई 8 जुलाई को होगी। 11 जून को अदालत छात्रा शिवांगी मिश्रा और नौ अन्य स्टूडेंट्स की याचिका पर सुनवाई हुई। याचिका 1 जून को दायर की गई थी।
छात्रों ने बिहार और राजस्थान के परीक्षा केंद्रों में गलत पेपर्स बंटने के चलते हुई गड़बड़ी की कंप्लेंट की थी। साथ ही परीक्षा रद्द कर एसआईटी जांच की मांग उठाई थी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने नीट काउंसलिंग पर रोक लगाने से इंकार कर दिया था और एनटीए को नोटिस जारी किया था। अदालत ने नीट-यूजी में पेपर लीक और ग्रेस मार्किंग पर सवाल खड़े किए थे।
विपक्ष ने साधा केंद्र सरकार पर निशाना
कांग्रेस ने एक्स हैंडल पर लिखा कि मोदी सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। पार्टी के प्रवक्ता सुरेंद्र सिंह राजपूत ने कहा, ‘बीजेपी सरकार को बताना होगा कि आखिर क्या वजह है कि सारे पेपर लीक हो रहे हैं। नकल माफिया से किसकी मिलीभगत है। हर बार ये पेपर लीक क्यों होते हैं।’
शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि सरकार ने पेपर लीक होने के कारण यूजीसी-नेट रद्द कर दिया है। क्या एनटीए इतनी लापरवाही है। कोई भी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है।