Khairagarh news: चलती बाइक में फंसा दुपट्टा, दो छात्राओं की दर्दनाक मौत
Khairagarh news: खैरागढ़ के पास पेंड्रीकला गांव में एक सड़क हादसे में मोटरसायकल सवार 2 छात्राओं की दर्दनाक मौत हो गई।जबकि चालक बुरी तरह घायल हो गया है।
Khairagarh news रायपुर। खैरागढ़ के पास पेंड्रीकला गांव में एक सड़क हादसे में मोटरसायकल सवार 2 छात्राओं की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि चालक बुरी तरह घायल हो गया है। चौथी सवार चालक की भांजी किसी तरह बच गई।
मंगलवार को खैरागढ़ से 20 किलोमीटर दूर ठेलहाडीह से 22 वर्षीय एम ए का छात्र कैलाश वर्मा अपने गांव शिकारीटोला से परीक्षा देने खैरागढ़ स्थित शासकीय रश्मि देवी कॉलेज जा रहा था। उसके साथ उसकी बड़ी बहन की बेटी 16 वर्षीय लीलावती भी थी। जिसे कैलाश को खैरागढ़ स्थित एक गांव में रिश्तेदार के यहां छोड़कर परीक्षा देने जाना था। कैलाश अपने गांव से थोड़ी दूर ठेलकाडीह पहुंचा जहां बस छूट जाने एवं भाई की व्यस्तता वश दो छात्राएं बस स्टॉप पर मिली। जो परीक्षा देने रश्मि देवी कॉलेज खैरागढ़ जा रही थी। जिनमें से एक छात्र कैलाश को पहचानती थी। दोनों ने कैलाश से लिफ्ट मांगी तो उसने पहचान होने से एवं परीक्षा को देखते हुए बाइक में बिठा लिया। इस तरह बाइक पर अब चार सवारी कैलाश सहित थे, वे लोग खैरागढ़ से 3 किलोमीटर पूर्व पेंड्रीकला पहुंचे थे। छात्रा विक्टोरिया पाल (कविता) एवं रेशमी वर्मा थी।
रेशमी वर्मा का दुपट्टा बाइक के पीछे हिस्से में फंस गई। यहां स्पष्ट है कि छात्रा ने चुनरी संभाल कर नही रखा था। दुपट्टा फंसते ही तेज रफ्तार की बाइक अनियंत्रित हो गई। दोनों छात्राएं सड़क पर गिरी। रेशमी की मौके पर एवं कविता की खैरागढ़ अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। कैलाश गंभीर रूप से घायल हुआ है। उसे राजनांदगांव मेडिकल कालेज रिफर किया गया।
कैलाश की भांजी 16 वर्षीय लीलावती बाल -बाल बच गई उसे गंभीर चोटे नही आई। शायद वह बीच में बैठी होने की वजह से सीधे सड़क पर नही गिरी होगी। दुर्घटना की खबर कालेज एवं छात्राओं के गांव (ठेलकाडीह ) पहुंचते ही कोहराम मच गया। वहां मातम छा गया। परिजन खैरागढ़ अस्पताल पहुंचे जहां पोस्टमार्टम बाद शव पुलिस ने परिजनों को सौंप दिया।
बहरहाल, जानकारों का कहना है की मोटर सायकल हमेशा नियंत्रित रफ्तार पर चलनी चाहिए। चालक और सवारी को हेलमेट पहनना चाहिए। दो सवारी से अधिक नही होना चाहिए। साथ ही युवतियां, महिलाएं दुपहिया या कार में बैठते वक़्त अपना दुपट्टा अक्सर नही संभालती बल्कि लापरवाह रहती है, जो चलती वाहन में सरक कर या उड़कर चक्के में अक्सर फंस जाती है जिसमें संबंधित व्यक्ति खिंचाव के चलते सीधे तेज रफ्तार से सड़क पर गिरता है और हादसे का शिकार होता है।
(लेखक डा. विजय)