ट्रंप ने की भारत और मोदी की तारीफ… पीछे खड़े शहबाज शरीफ से पूछ लिया ये सवाल

गाजा पीस समिट में डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी की जमकर तारीफ की और शहबाज शरीफ के सामने भारत-पाकिस्तान के एक साथ रहने की संभावना जताई. ट्रंप के इस बयान पर शरीफ ने सहमति जाहिर की, जिससे पाकिस्तान की बदलती रणनीति का संकेत मिल रहा है.
सोमवार को मिस्र में हुए गाजा पीस समिट में अमेरिकी राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिना नाम लिए तारीफ की. ऐसा ट्रंप ने तब किया जब उनके पीछे शहबाज शरीफ भी खड़े थे. डोनाल्ड ट्रंप ने शहबाज शरीफ की मौजूदगी में विश्वास जताया कि भारत और पाकिस्तान बहुत अच्छी तरह से साथ रह सकते हैं.
ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी का जिक्र करते हुए कहा, “भारत एक महान देश है जिसके शीर्ष पर मेरा एक बहुत अच्छा दोस्त है और उसने शानदार काम किया है.” यह बोलने के बाद उन्होंने अपने ठीक पीछे खड़े शहबाज शरीफ से पूछा, ठीक है? इसपर शरीफ मुस्कुराए और सिर हिलाकर सहमति जताई.
ट्रंप की ओर से भारत-पाकिस्तान संबंधों में सुधार का आह्वान, मिस्र में शहबाज शरीफ की उस टिप्पणी के बाद आया है, जिसमें उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति को दोनों देशों के बीच युद्ध रोकने का क्रेडिट दिया था. ट्रंप पहले भी दावा कर चुके हैं कि मई में हुए सैन्य संघर्ष के दौरान उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम करवाया था, जबकि भारत ने बार-बार इस दावे का खंडन किया और कहा कि युद्ध विराम द्विपक्षीय रूप से हुआ था.
#WATCH | Egypt | US President Donald Trump says, “India is a great country with a very good friend of mine at the top and he has done a fantastic job. I think that Pakistan and India are going to live very nicely together…”
(Video source: The White House/YouTube) pic.twitter.com/rROPW57GCO
— ANI (@ANI) October 13, 2025
शहबाज की सहमति का क्या मतलब?
भारत के खिलाफ समय-समय जहर उगलने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का ट्रंप की इस बात पर सहमति जताना कि भारत पाक एक साथ अच्छे से रह सकते हैं, दिखाता है कि मई में हुए संघर्ष के बाद पाकिस्तान को समझ आ गया है कि भारत किसी भी उसकी हरकत का मुंहतोड़ जवाब देना जानता है. ऐसे में भारत के साथ शांति से रहने में ही उसकी भलाई है.
गाजा पीस समिट
गाजा पीस समिट मिस्र के शर्म एल शेख शहर में आयोजित किया गया. यह रेड सी के तट पर स्थित एक रिसोर्ट शहर है, जो पहले भी इजराइल-फिलिस्तीन शांति वार्ताओं के लिए मेजबानी कर चुका है. इसमें 2023 से चला आ रहा इजरायल-हमास संघर्ष को खत्म करने और शांति प्रक्रिया को मजबूत करने पर चर्चा की गई. समिट का मकसद ट्रंप पीस प्लान को को औपचारिक रूप देना और अगले चरणों पर चर्चा करना था.