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Sarojini Naidu : आज है सरोजिनी नायडू की 75वीं पुण्यतिथि, “केसर ए हिंद” पुरस्कार से किया गया था सम्मानित

Sarojini Naidu : आज सरोजिनी नायडू जी की 75वीं पुण्यतिथि है। वे एक सुप्रसिद्ध कवयित्री और भारत देश के सर्वोत्तम राष्ट्रीय नेताओं में से एक थीं।

सरोजिनी नायडू. इतिहास में दो मार्च 1949 का दिन सरोजिनी नायडू की पुण्यतिथि के रूप में दर्ज है। राजनीतिक कार्यकर्ता, महिला अधिकारों की समर्थक, स्वतंत्रता सेनानी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली भारतीय महिला अध्यक्ष सरोजिनी नायडू को उनकी प्रभावी वाणी और ओजपूर्ण लेखनी के कारण ‘‘नाइटिंगेल ऑफ इंडिया’’ कहा गया।

13 फरवरी 1879 को हुआ था जन्म
13 फरवरी 1879 को हैदराबाद में जन्मीं सरोजिनी के पिता अघोरेनाथ चट्टोपाध्याय हैदराबाद के निजाम कॉलेज में प्रिंसिपल थे। सरोजिनी ने यूनिवर्सिटी आफ मद्रास के अलावा लंदन के किंग्स कॉलेज और उसके बाद कैंब्रिज के गिरटन कॉलेज से शिक्षा ग्रहण की। उन्होंने देश की आजादी के संघर्ष में शिरकत की और आजादी के बाद उन्हें यूनाइटेड प्राविंसेज (वर्तमान में उत्तर प्रदेश) का राज्यपाल बनाया गया। उन्हें देश की पहली महिला राज्यपाल होने का भी गौरव हासिल है। उनकी लेखनी ने भी देश के बुद्धिजीवियों को प्रभावित किया।

सरोजिनी नायडू को मिले पुरस्कार और सम्मान
*ब्रिटिश सरकार ने सरोजनी नायडू को प्लेग महामारी से लोगों को बचाने के लिए उन्हें “केसर ए हिंद” पुरस्कार से सम्मानित किया था।
*13 फरवरी 1964 को भारत सरकार ने उनकी जयंती के अवसर पर उनके सम्मान में 15 नए पैसे का एक डाकटिकट भी जारी किया था।

सरोजिनी नायडू पहली बार 1914 में महात्मा गांधी से मिली और तभी से देश के लिए मर मिटने को तैयार हो गईं। 1925 में उन्हें कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया। 1928 में उन्हें केसर-ए-हिंद से सम्मानित किया गया। यह मेडल उन्हें भारत में प्लेग की महामारी के दौरान उनके काम के लिए दिया गया था। 2 मार्च 1949 को लखनऊ में उन्हें हार्ट अटैक आया और उनका निधन हो गया।

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