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महागठबंधन में रार की वजह बनी ये 5 सीटें, तेजस्वी की डिमांड कहीं भारी न पड़ जाए

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के नामांकन का आज आखिरी दिन है, फिर भी महागठबंधन में सीटों का बंटवारा सुलझ नहीं पाया है. कांग्रेस ने 48 उम्मीदवारों की सूची जारी की, लेकिन 5 पारंपरिक कांग्रेस सीटों पर RJD की दावेदारी से पेंच फंसा है. NDA ने सभी 243 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, वहीं महागठबंधन में अभी भी खींचतान जारी है.

 

बिहार विधानसभा चुनाव में पहले फेज की 121 सीटों पर वोटिंग के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने का आज आखिरी दिन है. इसके बाद भी अब तक महागठबंधन में सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला अभी तक तय नहीं हो सका है. इस बीच कांग्रेस ने गुरुवार देर रात 48 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है. हालांकि इसके बाद भी सभी सीटों पर अब तक उम्मीदवार तय नहीं हो पाए हैं. कई सीटों को लेकर पेंच फंसा हुआ है.

महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर कई बैठक हो चुकी है. पटना से कई दिल्ली और दिल्ली से कई नेता पटना पहुंचे. इसके बाद भी सब कुछ तय नहीं हो पाया है. कई बार कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट तक की नौबत आ चुकी है. ऐसे में सामने आया है कि 5 सीटों को लेकर महागठबंधन में पेंच अभी फंसा हुआ है.

कौन हैं वो 5 सीट जिनकी वजह से नहीं बनी बात

  • वैशाली कांग्रेस की सीट रही है, पिछली बार यहां से संजीव सिंह चुनाव लड़े थे, इस बार यहां से राजद ने अजय कुशवाहा को भी उम्मीदवार बना रखा है. यही वजह है कि महागठबंधन ने आधिकारिक तौर पर इस सीट पर उम्मीदवार घोषित नहीं किया है.
  • लालगंज भी कांग्रेस की सीट रही है. यहां से कांग्रेस आदित्य कुमार को उम्मीदवार बना रही है, तो राजद मुन्ना शुक्ला के परिवार से किसी को चुनाव लड़ना चाहती है. यहीं खींचतान इस सीट पर अबतक समझौता नहीं करा पाई है.
  • जाले कांग्रेस की सीट रही है. कांग्रेस से अहमद उस्मानी चुनाव लड़े थे, इस बार कांग्रेस नौशाद को टिकट देना चाहती है. लेकिन यहां से भी राजद ऋषि मिश्रा को चुनाव लड़ाना चाहती है.
  • नरकटियागंज यह भी कांग्रेस की सीट रही है. यहां से विनय वर्मा चुनाव लड़े थे, अब राजद भी यहां से चुनाव लड़ना चाहता है.
  • वारसलीगंज भी कांग्रेस की सीट रही है. 2020 में कांग्रेस के सतीश सिंह लड़े थे. यहां से राजद अशोक महतो की पत्नी को चुनाव लड़ना चाहता है.

कुल मिलाकर कांग्रेस की जो सीटें हैं, उन्हीं पर पेंच फंसा हुआ है. यहां से आरजेडी अपने उम्मीदवार उतारना चाहती है. यही वजह है कि अब तक कुछ भी तय नहीं हो पाया है. राजद ने अब तक एक भी लिस्ट जारी नहीं की है. कई उम्मीदवारों को बिना किसी औपचारिक घोषणा के ही चुनाव चिन्ह मिल गए हैं. दूसरी ओर, NDA के सभी पांच सहयोगी दलों ने सभी 243 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है.

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